अब नागपुर में कचरे से बनेगी बिजली, 218. 80 करोड़ का होगा निवेश

अब नागपुर में कचरे से बनेगी बिजली, 218. 80 करोड़ का होगा निवेश

Tejinder Singh
Update: 2018-07-17 11:26 GMT
अब नागपुर में कचरे से बनेगी बिजली, 218. 80 करोड़ का होगा निवेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सोमवार को सुरेश भट सभागृह में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नीतीन गडकरी तथा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में मनपा के कचरे से बिजली बनाने की परियोजना का भूमिपूजन किया गया। नवीनतम तकनीक पर आधारित यह परियोजना महाराष्ट्र में अपनी तरह की पहली परियोजना होगी।

इस परियोजना की घोषणा से पहले, भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड में कचरे में भीषण आग लगने जैसी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इसके आसपास के रहवासियों की शिकायत रही है कि कचरे से उत्पन्न विषैले तत्वों के हवा व पानी में रिसाव के कारण प्राणघातक बीमारियां हो रही हैं। इस परियोजना के प्रति नागरिकों ने प्रसन्नता जताई है।

प्रतिदिन 800 टन कचरे का होगा प्रोसेस
एस्सेल इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के तत्वावधान में नागपुर सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग एंड मैनेजमेंट प्रा. लि. नामक गठित कंपनी परियोजना के अंतर्गत 218.80 करोड़ रुपए का निवेश कर नवीनतम तकनीक से लैस प्लांट स्थापित करेगी। इस SWPAM परियोजना को 2 वर्षों में पूर्ण करना है। यही कंपनी इसे 13 वर्ष तक चलाएगी व रख-रखाव करेगी। यहां प्रतिदिन 800 टन सघन कचरा प्रोसेस किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि नागपुर में रोज लगभग 1100 टन सघन कचरा निकलता है, जिसे भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड परिसर तक पहुचाया जाता है। इस प्लांट में सघन कचरे को प्रोसेसिंग कर 11.5 मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जाएगा।

महापारेषण की ग्रिड में भेजी जाएगी बिजली
इससे बनी बिजली को महापारेषण की ग्रिड में भेजा जाएगा। एस्सेल इंफ्रा ने बताया है कि कंपनी मौजूदा कचरा फेंकने की खाली जगह का कचरा प्रोसेस तो करेगी ही, साथ ही दो और ऐसे क्षेत्रों का निर्माण करेगी। एस्सेल इंफ्रा और हिताची जोसेन के इस संयुक्त उपक्रम के तैयार होने पर सघन कचरे का बेहतर व्यवस्थापन हो सकेगा। एस्सेल समूह के उच्चाधिकारी कार्यकारिणी ने मंच पर मौजूद सभी महानुभावों को धन्यवाद दिया है, जिन्होंने इस परियोजना की पहल की। 
 

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