एक करोड़ से अधिक का गबन, प्रभारी बीईओ पर होगी एफआईआर

एक करोड़ से अधिक का गबन, प्रभारी बीईओ पर होगी एफआईआर

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-05 16:35 GMT
एक करोड़ से अधिक का गबन, प्रभारी बीईओ पर होगी एफआईआर

 


बुढ़ार बीईओ रहते हुए नए खाते खोलकर राशि का किया गबन
डिजिटल डेस्क शहडोल। जयसिंहनगर विकास खंड शिक्षा अधिकारी और प्रभारी परियोजना प्रशासक एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना जयसिंहनगर (अतिरिक्त प्रभार) अशोक शर्मा के खिलाफ एफआईआर होगी। बुढ़ार बीईओ रहते हुए एक करोड़ से अधिक के गबन के मामले में जांच के रिपोर्ट के आधार पर आयुक्त अनुसूचित जाति/जनजाति कार्य विभाग मप्र ने एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं।
     एफआईआर से पहले कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने शुक्रवार को आदेश जारी करते हुए अशोक शर्मा को बीईओ के पद से हटा दिया है और उनके मूल पद व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बनसुकली विकासखंड जयसिंहनगर के रिक्त पद पर पदस्थ किया है। उनके स्थान पर विकास खंड शिक्षा अधिकारी जयसिंहनगर तथा परियोजना प्रशासक एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना जयसिंहनगर का प्रभार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जयसिंहनगर को सौंपा गया है।
१९ मई को आया था पत्र-
अशोक शर्मा ने बुढ़ार विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) रहते हुए २ जून २०१४ से ३ फरवरी २०२० की अवधि में एक करोड़ एक लाख ७२१७६ रुपए का गबन किया है। तत्कालीन सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग आरके श्रौती ने इसकी जांच कराई थी और १३ जनवरी २०२१ को जांच रिपोर्ट आयुक्त को भोपाल भेजी थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर १९ मई को आयुक्त अनुसूचित जाति/जनजाति कार्य विभाग मप्र के पत्र क्रमांक स्था.१/डी-२/२०२१/८८०१ के माध्यम से प्रभारी बीईओ जयसिंहनगर अशोक शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
नवीन खाता खोलकर किया गबन-
जानकारी के अनुसार शासन ने सभी खाता बंद करने के निर्देश दिए थे। खातों में जमा राशि को चालान के माध्यम से जमा कराना था। प्रभारी बीईओ अशोक शर्मा ने बुढ़ार के कन्या शिक्षा परिसर का खाता बंद कर जैतपुर में नया खाता खोला था। मात्र ३० हजार रुपए चालान के माध्यम से जमा कराए और पुराने खाते में जमा करीब ३४ लाख रुपए नए खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसी तरह उपर्युक्त अवधि के दौरान एक अन्य खाते में ६ लाख, एक में २० लाख रुपए ट्रांसफर करने की जानकारी भी जांच के दौरान मिली थी। जांच के दौरान विभागीय कैशबुक नहीं पाई गई न ही बाउचर मिला। जांच में एक करोड़ एक लाख ७२१७६ रुपए की गड़बड़ी सामने आई थी।
इनका कहना है-
आयुक्त ने एफआईआर कराने तथा जांच के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ट्राइबल ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी बना दी है। १५ दिन के भीतर जांच के निर्देश दिए गए हैं। अभी एफआईआर नहीं हुई है। इसके लिए सोमवार को अधिकारियों से चर्चा करेंगे।
-एमएस अंसारी, प्रभारी सहायक आयुक्त, ट्राइबल

 

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