खामगांव डिपो की ईटीआईएम मशीनें खराब, कागजी टिकटें जारी

परेशानी खामगांव डिपो की ईटीआईएम मशीनें खराब, कागजी टिकटें जारी

Tejinder Singh
Update: 2022-06-14 12:18 GMT
खामगांव डिपो की ईटीआईएम मशीनें खराब, कागजी टिकटें जारी

डिजिटल डेस्क, खामगांव। आज सभी क्षेत्र हाइटेक प्रणाली आत्मसात कर रही हैं। जिस कारण एसटी महामंडल ने विगत दस साल पहले टिकट के लिए हर वाहकों को ईटीआईएम मतलब इलेक्ट्रानिक टिकट मशीनें उपलब्ध कराई हैं। लेकिन वहां के एसटी डिपो की १०० से ज्यादा मशीनें खराब हुई हुए हैं। जिस कारण अब इस डिपो के वाहकों के पास पहले जैसे टिकट ट्रे एवं हिसाब के लिए एसआर नजर आ रहा है। इस इस्तेमाल के कारण आधुनिकीकरण के बारह बजते नजर आ रहा हैं। एसटी बस के आधुनिकीकरण के तौर पर हर एसटी वाहकों को ईटीआईएम मशीनें दी थी। 

इस मशीनों के कारण वाहकों के सिर पर का बोज कम हुआ था। क्योंकि ज्यादा से ज्यादा टिकट होनेवाले शहर एवं गांव के लिए उस राशि के टिकट का ब्लॉक कई बार नहीं रहती। जिस कारण वाहकों को उस राशि के टिकट के लिए दो चार टिकट यात्री को देना पड़ते थें। उस फटे हुए टिकट का क्रमांक एसआर पर लिखना पड़ता था। डयूटी होने के बाद एसटी डिपो में आने के बाद उस एसआर एवं टिकट की राशि एसटी कैशियर के पास जमा करना पड़ती थी। उस एसआर पर से कैशिअर हिसाब जांचते थे। जिसके चलते डयूटी खत्म होने के बाद भी घन्टों तक हिसाब के लिए रूकना पड़ता था। लेकिन ईटीआईएम मशीनों के कारण यह सभी परेशानी बंद हुई थी। क्योंकि किसी भी राशि के टिकट एक क्लिक पर उपलब्ध कर यात्रियों को दिए जाते थे। हिसाब के लिए भी संगणक को उस मशीन अटैच करने के बाद पुरा डाटा नजर आता था। हिसाब भी कुछ मिनट में हो जाता था। लेकिन अब मशीनें खराब होने से वापिस पहले जैसे ही एसटी वाहकों के हाथों में टिकट ट्रे आए हैं। खामगांव डिपो से १२३ ईटीआईएम मशीनें थी। 

110 से अधिक मशीनें खराब

 विगत दिनों से एक एक करते आज तक ११० से ज्यादा मशीनें खराब हुई हैं। जिस एजेन्सी ने एसटी महामंडल को मशीनों को उपलब्ध कराने का ठेका लिया था, उस एजन्सी का ठेका खत्म होने से यह मशीनों की हालत खस्ता हुई है। जिस कारण वाहकों के पास टिकट ट्रे आए हैं।

वैकल्पिक मशीन उपलब्ध

टिकट के लिए ट्रे इस्तेमाल करना अनिवार्य है। ईटीआईएम मशीनें यह वाहकों को वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर उपलब्ध कराकर दी हैं। एसटी डिपो की खराब हुई मशीनों के बारे में ब्योरा एवं उस मशीन विभागीय कार्यालय बुलढाणा में भेजी गई है। 
रामकृष्ण पवार, डिपो प्रमुख, खामगांव
 

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