कास्तकारों को मिल रही तारीख पर तारीख -राजस्व न्यायालय में 10 हजार मामले लंबित

कास्तकारों को मिल रही तारीख पर तारीख -राजस्व न्यायालय में 10 हजार मामले लंबित

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-20 09:20 GMT
कास्तकारों को मिल रही तारीख पर तारीख -राजस्व न्यायालय में 10 हजार मामले लंबित

डिजिटल डेस्क  कटनी । राजस्व विभाग में लेट-लतीफी के चलते हजारों कास्तकारों का काम अटका पड़ा हुआ है। समय पर नामांतरण, ऋण पुस्तिका नहीं मिलने से लोगों के जरुरी काम नहीं हो पा रहे हैं। इसके बावजूद यहां के अफसर और कर्मचारी तारीख पर तारीख देने का काम जरुरतमंद को कर रहे हैं। जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। समय पर काम नहीं होने से जिले में 10 हजार राजस्व प्रकरण अलग-अलग न्यायालय में लंबित हैं। इसके बावजूद पटवारी और अन्य राजस्व विभाग के बाबू कास्तकारों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। राजस्व विभाग की लापरवाही के आगे भू-मालिक पनाह मांगते हुए अब भगवान की शरण में पहुंचकर पूजा-पाठ करने में लगे हैं। कास्तकारों की परेशानी को देखते हुए जब कुछ मामलों को खंगाला गया तो कर्मचारियों की इस तरह से लापरवाही सामने आई कि यहां तो न्यायालय के फैसले के बाद भी पटवारी काम नहीं कर सके।
नहीं माना तहसील का आदेश
तहसील रीठी के ग्राम बांधा का ऐसा मामला सामने आया है। जब तहसीलदार के आदेश को भी पटवारी ने धता बता दिया। यहां पर राजकुमार तिवारी पिता रघुनाथ प्रसाद तिवारी भूमि के नामांतरण के लिए तहसील कार्यालय रीठी में 9 नवंबर 2014 को आवेदन दिए। तहसील कार्यालय में बैठे बाबू इस आवेदन को तहसीलदार तक पहुंचाने में तीन वर्ष का समय लिए। तहसीलदार द्वारा 8 जुलाई 2017 को नामांतरण के संबंध में आदेश दिया गया। लेकिन पटवारी इस काम को दो वर्ष के अंतराल में भी नहीं किया और लगातार टाल-मटोल रवैया अपनाता रहा। इस संबंध में जब राजकुमार तिवारी से बात की गई तो इन्होंने बताया कि अधिकारी का फोन एक दिन पहले पहुंचा था।
6 वर्ष में नहीं सुधरा रिकार्ड
बड़वारा ब्लाक अंतर्गत कोठिया मंहगंवा निवासी राम शंकर उपाध्याय पिछले छह वर्ष से बरही और बड़वारा तहसील के चक्कर लगा रहा है। यहां पर पटवारी की
गलती इसे इतनी मंहगी पड़ी कि वह छह वर्ष से चक्कर पर चक्कर लगा रहा है। जिस खसरे में इसकी भूमि रही। नए खसरे में उस भूमि को दूसरे के नाम दर्ज
कराया गया। सुधार की मांग राजस्व विभाग से की गई लेकिन पीडि़त को राहत नहीं मिली। बड़वारा से यह मामला तहसील कार्यालय भेज दिया गया। तब से लेकर आज तक इसके प्रकरण का निराकरण नहीं हुआ है। पीडि़त ने बताया कि इसे लोन लेकर अपना मकान बनाना है। लेकिन कागजात में सुधार नहीं होने से उसके सपने का आशियाना नहीं बन पा रहा है।
8 माह से नहीं मिला पट्टा
विजयराघवगढ़ तहसील क्षेत्र के भैंसवाही निवासी रामप्रसाद साहू आठ माह से ऋण पुस्तिका के लिए तहसील कार्यालय और पटवारी के चक्कर लगा रहा है। यहां पर आठ माह पहले ऋण पुस्तिका के लिए श्री साहू ने तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था। जिस पर आज तक कोई काम-काज नहीं हो सका है। तहसील कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी जहां संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं, वहीं पटवारी के द्वारा भी तरह-तरह का बहाना बनाया जा रहा है। पीडि़त ने बताया कि ऋण पुस्तिका नहीं होने से जरुरी काम अटके पड़े हुए हैं। वह पटवारी के चक्कर लगातार लगा रहा है।
 

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