30 किलोमीटर दूर धान लेकर जाएंगे किसान - खरीदी केन्द्र बदलने से अन्नदाता परेशान

30 किलोमीटर दूर धान लेकर जाएंगे किसान - खरीदी केन्द्र बदलने से अन्नदाता परेशान

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-27 13:05 GMT
30 किलोमीटर दूर धान लेकर जाएंगे किसान - खरीदी केन्द्र बदलने से अन्नदाता परेशान

डिजिटल डेस्क कटनी। ग्यारह दिन बीतने के बाद भी धान खरीदी व्यवस्थित  नहीं हो पा रही है। मैपिंग के नाम पर अचानक खरीदी केन्द्र बदलने से किसानों की मुसीबत बढ़ गई है। अब किसानों को धान लेकर 30 किलोमीटर दूर जाना होगा।  खरीदी केन्द्र बदलने से परेशान किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों को आवेदन भी दिए लेकिन अब तक उस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है।
आधा दर्जन गांवों प्रभावित-
कृषक शम्भूसिंह, धर्मपाल सिंह, राजेश सिंह, विजेन्द्र सिंह, आफताब सिंह, दुष्यंतसिंह आदि ने कलेक्टर के नाम दिए आवेदन में बताया कि कन्हवारा सोसायटी के अंगर्तगत खमतरा, मौहारी, पौंड़ी, पड़रिया, पिलौंजी, मतवार सहित आधा दर्जन गांवों के किसानों का गेहूं के समय खरीदी केन्द्र सांवरिया वेयर हाउस चाका में बनाया था। इस बार परिवर्तन कर खरीदी केन्द्र एस.एस वेयर हाउस कृषि उपज मंडी रोड में बना दिया गया। जबकि कन्हवारा में प्राथमिक साख सहकारी समिति है। ऐसी स्थिति में उक्त गांवों के किसानों को 30 किलोमीटर दूर धान का विक्रय करने जाना होगा। किसानों ने खरीदी केन्द्र परिवर्र्तित कर कन्हवारा सोसायटी में बनाने की मांग की है।
उबरा से खरीदी केन्द्र हटाने का विरोध-
बरही तहसील के ग्राम उबरा के किसानों ने खरीदी केन्द्र हटाकर विजयराघवगढ़ तहसील के हंतला में बनाए जाने का विरोध किया है। विजयराघवगढ़ एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में किसानों ने कहा कि पूर्व में उबरा में खरीदी केन्द्र बनाया था। जिसे समाप्त कर अब हंतला में बना दिया गया है। जिससे यहां के सौ से अधिक किसानों को धान लेकर 15 से 20 किलामीटर दूर जाना पड़ेगा।
60 केन्द्रों में 25 हजार क्विंटल की खरीदी-
जिले में 16 नवम्बर से धान खरीदी शुरू हो चुकी है, 25 नवम्बर तक 102 में से मात्र 30 केन्द्रों में खरीदी शुरू हो पाई थी। दैनिक भास्कर में खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारी हरकत में आए और गुरुवार तक 60 केन्द्र शुरू हो चुके थे। हालांकि अभी भी 42 केन्द्रों में खरीदी शुरू नहीं हो पाई थी। जिला आपूर्ति अधिकारी पी.के.श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार दोपहर तक जिले में 60 केन्द्रों में धान की खरीदी शुरू हो चुकी थी। अब तक 25 हजार क्विंटल धान की खरीदी की गई है।
इनका कहना है-
खरीदी केन्द्र के परिवर्तन के लिए किसानों से आने वाले आवेदनों की खाद्य विभाग के सहयोग से समीक्षा कराई जाएगी। अब चूंकि इस संबंध में निर्णय भोपाल स्तर से होना है। आवेदनों का परीक्षण कर रिपोर्ट भोपाल भेजी जाएगी।
डॉ.अरुण मसराम सहायक आयुक्त सहकारिता
 

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