अस्पताल में इलाज नहीं हुआ तो महिला मरीज को सड़क पर लिटाकर जताया विरोध

अस्पताल में इलाज नहीं हुआ तो महिला मरीज को सड़क पर लिटाकर जताया विरोध

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-16 08:11 GMT
अस्पताल में इलाज नहीं हुआ तो महिला मरीज को सड़क पर लिटाकर जताया विरोध

डिजिटल डेस्क  कटनी । जिला अस्पताल में महिला मरीज को चार घंटे भर्ती रखा, इलाज के नाम पर एक टेबलेट भी नहीं दी। डॉक्टरों की बेरुखी से नाराज पति महिला को अस्पताल से बाहर ले आया और मिशन चौक में सड़क पर लिटा कर विरोध दर्ज कराया। इस तरह के विरोध से रोड जाम हो गई और  बवाल मच गया। जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने तहसीलदार को मौके पर भेजा और महिला का इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंंचाया। एक दिन पहले कलेक्टर ने जिला अस्पताल में बैठक लेकर डॉक्टरों को मरीजों का समुचित इलाज करने की नसीहत दी थी। दूसरे ही दिन अस्पताल की लापरवाही सामने आ गई। जानकारी के अनुसार स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत इमलिया निवासी रामकिशोर काछी की पत्नी गुलाब बाई(42) बार-बार बेहोश हो रही है। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। रामकिशोर ने आरोप लगाया है कि गुलाबबाई को भर्ती करने के बाद डाक्टरों ने ना तो इलाज किया और ना ही दुबारा कोई देखने आया। शिकायत के बाद भी डॉक्टरों की कार्यशैली पर कोई असर नहीं हुआ तब उसे यह कदम उठाना पड़ा। महिला के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी बार-बार बेहोश हो रही थी लेकिन डॉक्टर कुछ भी सुनने तैयार नहीं थे।
बवाल मचते ही दौड़े अधिकारी
जानकारी के अनुसार राम किशोर शाम करीब पांच बजे पत्नी गुलाब बाई को अस्पताल से बाहर ले आया। अस्पताल की लापरवाही से क्षुब्ध राम किशोर ने बेहोश पत्नी को मिशन चौक में सड़क पर लिटा दिया। जिससे दोनों ओर का आवागमन ठप हो गया। इस घटना की जानकारी मिलते पर कोतवाली थाने से पुलिस बल पहुंच गया। महिला के पति को समझाईश देकर एम्बुलेंस से महिला मरीज को जिला अस्पताल भेजा गया। इस बवाल की जानकारी लगते ही अस्पताल प्रबंधन भी सकते में आ गया। कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने नायब तहसीलदार राजमणि बागरी को मौके पर भेजा लेकिन तब तक मरीज को अस्पताल भेजा जा चुका था।
कटनी में इलाज संभव नहीं
मामला कलेक्टर तक पहुंचने के बाद डॉक्टर भी हरकत में आए। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार महिला गुलाब बाई को न्यूरो की समस्या है। उसके सिर का सीटी स्कैन किया गया था, जिसमें सिर में गांठ नजर आ रही है। डॉक्टरों के अनुसार जिला अस्पताल कटनी में कोई भी न्यूरोसर्जन नहीं है और इस बीमारी का यहां पर इलाज संभव नहीं है। जिससे गुलाब बाई को जबलपुर रेफर किया गया था लेकिन महिला का पति जिला अस्पताल में ही इलाज कराने अड़ा था।
इनका कहना है
महिला के सिर में लगी चोट के कारण मस्तिष्क में गठान बन गई है। जिला अस्पताल में इसका इलाज करने न्यूरो सर्जन नहीं है। जिससे महिला के परिजनों को जबलपुर ले जाकर उपचार कराने की सलाह दी थी। महिला का दो डॉक्टरों ने परीक्षण भी किया था और सीटी स्कैन की रिपोर्ट से अवगत कराया था लेकिन महिला का पति चुपचाप अस्पताल से ले गया।
-डॉ. एस.के.शर्मा, सिविल सर्जन जिला अस्पताल

 

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