किसान कर्ज माफी में फर्जीवाड़ा : जरवाही के सहायक समिति प्रबंधक के खिलाफ FIR दर्ज
किसान कर्ज माफी में फर्जीवाड़ा : जरवाही के सहायक समिति प्रबंधक के खिलाफ FIR दर्ज
डिजिटल डेस्क, कटनी। जय किसान फसल ऋण माफी योजना में गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध जिला प्रशासन सख्त कार्यवाही करने कटिबद्ध है। कलेक्टर केवीएस चौधरी के निर्देशन में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित जरवाही पिपरौंध के सहायक समिति प्रबंधक लक्ष्मीकान्त द्वारा किसानों के साथ धोखाधड़ी करने पर भारतीय दण्ड विधान की धारा 1860 की उप धारा 409, 420, 201 और 120-बी के तहत माधवनगर कटनी थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई है।
किसानों ने की थी शिकायत
कलेक्टर श्री चौधरी को समिति के किसान छोटे लाल पटेल निवासी गैंतरा तहसील कटनी ने शिकायत प्रस्तुत की थी कि प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित जरवाही से उन्होने क्रेडिट कार्ड बनवाकर खरीफ और रबी फसल के लिए ऋण लिया था। उन्होंने अपना सम्पूर्ण अल्प अवधि का ऋण 31 मार्च 2018 तक चुकता किया है। इसकी प्रविष्टि क्रेडिट कार्ड में की गई। उनके उपर समिति का कोई ऋण बकाया नहीं है। किन्तु जय किसान ऋण माफी योजना के तहत ग्राम पंचायत में चस्पा हरी सूची में उनके खाता क्रमांक 65 में 31 मार्च 2018 की स्थिति में बकाया ऋण 4 लाख 39 हजार 222 दर्शाया गया है।
कलेक्टर द्वारा शिकायत की कराई गई जांच में समिति जरवाही के सहायक प्रबंधक लक्ष्मीकांत दुबे को प्रारंभिक रुप से दोषी पाया गया। कलेक्टर के निर्देश पर शाखा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक जबलपुर बृजेन्द्र कुमार मिश्रा शाखा सिहोरा, वरिष्ट सहकारी निरीक्षक संस्था कटनी संजीव कुमार ओझा, सहकारी निरीक्षक कटनी गीतेश मेहरा ने मामले की जांच की। प्रथम दृष्ट्या दोषी सहायक प्रबंधक लक्ष्मीकान्त दुबे के विरुद्ध धोखाधड़ी एवं कूट रचना करने पर माधवनगर थाने में अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
इनके नाम किए गए शामिल
गैंतरा के चंद्रिका प्रसाद के नाम पर 503347 रुपए कर्ज दर्शाया है जबकि उनके द्वारा 2838 रुपए अतिरिक्त जमा किए गए हैं। घुघरा के रामबोध यादव के नाम पर 139462 रुपए कर्च बताया गया और उन्होंने 28848 रुपए समिति में अतिरिक्त जमा किए हैं। घुघरा की मानवती कुशवाहा के नाम पर 202671 रुपए , जरवाही के फदाली राम के नाम पर एक लाख 36 हजार रुपए, घुघरा के शिवकुमार बर्मन के नाम पर 83307 रुपए, सुधा कुशवाहा के नाम पर एक लाख 33792 रुपए, बंडा के नारायण हल्दकार के नाम पर दो लाख 71600 रुपए, जरवाही के नरेन्द्र कुशवाहा के नाम 8400 रुपए , पडुआ की मनीषा राव के नाम पर 81023 रुपए , गैतरा के बुद्धू पिता शंकर के नाम पर सात लाख 95480 रुपए एवं लीला पिता भुक्के के नाम पर छह लाख 16716 रुपए कर्ज दर्ज है। इन किसानों के नाम पर किसी तरह की राशि बकाया नहीं थी।