फोरलेन के लिए रातों-रात किसानों के खेतों पर चलवा दिया बुलडोजर

फोरलेन के लिए रातों-रात किसानों के खेतों पर चलवा दिया बुलडोजर

Anita Peddulwar
Update: 2018-07-12 09:05 GMT
फोरलेन के लिए रातों-रात किसानों के खेतों पर चलवा दिया बुलडोजर

डिजिटल डेस्क, वर्धा। फोरलेन के लिए प्रशासन ने किसानों के खेतों पर रातों रात बुलडोजर चलवा दिया। जिससे उनकी फसल पूरी तरह उजड़ गई। बूटीबोरी से महागांव के हदगांव सीमेंटीकरण फोरलेन का कार्य होने वाला है इसके लिए सालोड हीरापुर परिसर के तीन किसानों के खेतों में प्रशासन ने रातों रात बुलडोजर चलाकर लाखों रुपए का नुकसान कर दिया। बता दें कि फोरलेन के लिए सालोड हीरापुर की अतिरिक्त बढ़ाई गई जमीन अधिग्रहित की गई। लेकिन अभी तक किसानों को इसका मुआवजा नहीं दिया गया। इस संबंध में  किसानों ने प्रशासकीय अधिकारियों का घेराव कर फोरलेन का काम रोक दिया था। इसके बाद प्रशासन ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके बाद रातों-रात परिसर के तीन किसानों के खेत पर बुलडोजर चला दिया। 

बताया जाता है कि किसानों के खेत के नींबू, करवंद, चिकू के करीब 43 पेड़ थे जो जड़ से उखाड़ दिए गए। किसानों के ध्यान में आते ही किसानों ने फिर से काम बंद करवा दिया और इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक निर्मला देवी एस से मुलाकात कर अपनी व्यथा रखी। इस पर एसपी ने प्रशासन द्वारा सभी किसानों को मुआवजा देने का पत्र दिखाया। लेकिन किसानों ने उन्हें मुआवजा नहीं मिलने के दस्तावेज दिखाने से एसपी ने फोरलेन काम पर लगाया पुलिस बंदोबस्त हटा दिया। 

बताया जा रहा है कि, फोरलेन काम के दौरान रात के समय सालोड हीरापुर निवासी भूजंगराव वाघ के फसलों पर बुलडोजर चलाया गया। जहां उनके खेत के नींबू के फल लगे हुए पेड़, करवंद के पेड़, चिकू के पेड़ कुल 43  पेड़ जड़ से उखाड़ दिए। कपास की अंकुरित फसल पर बुलडोलर चलाया गया, जिससे किसान का करीब 8 लाख रुपए का नुकसान हुआ। बताया जा रहा है कि एक पेड़ की कीमत करीब 40  हजार रुपए है। वही असलमखां पठान, हरिभाऊ के खेतों में भी बुलडोजर चलाकर फसल तबाह की गई। 

ज्ञात हो कि, परिसर के किसानों को मुआवजा दिए बगैर ही काम शुरू करने से सालोड हीरापुर के अनेक किसानों ने काम का विरोध करते हुए तथा पहले मुआवजा देने की मांग को लेकर मंगलवार को सुबह से ही काम बंद करवा दिया था। यह बात प्रशासकीय अधिकारियों के ध्यान में आते ही अधिकारी पुलिस दस्ते के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जहां किसानों ने अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों का घेराव किया तथा उचित मुआवजा मिलने तक काम शुरू नहीं होने देने की भूमिका ली। कुछ देर बाद अधिकारियों के आश्वासन के बाद फिर से पुलिस की तैनाती में काम शुरू किया गया। लेकिन जिन किसानों को मुआवजा नहीं मिला, उनके खेत से काम नहीं करने का आश्वासन दिया गया था। परंतु रात के समय ही खड़ी फसलों पर बुलडोजर चलाकर फसल बर्बाद कर दी। इस कारण किसानों ने बुधवार को एसपी से मुलाकात कर न्याय देने की मांग की।

इस संबंध में फसलों को तबाह करने वाले अधिकारियों पर मामला दर्ज करने की मांग किसानों ने की। किसानों का पक्ष सुनकर एसपी ने काम की जगह पर तैनात किए पुलिस कर्मी हटा दिए। अब  किसानों ने फिर से फोरलेन का काम रोक दिया है। बुधवार को दिन भर काम बंद रहा।

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