एक साल से जनरल टिकट के रेल टिकट काउंटर्स बंद, कब से खुलेंगे.. पता नहीं..
एक साल से जनरल टिकट के रेल टिकट काउंटर्स बंद, कब से खुलेंगे.. पता नहीं..
कोरोना के कई चरण बीत जाने के बाद सभी विभाग खुले, लेकिन यात्रियों की परवाह नहीं
डिजिटल डेस्क जबलपुर । मुख्य रेलवे स्टेशन पर जनरल टिकट का वितरण करने वाले टिकट काउंटर्स को बंद हुए 21 मार्च को पूरा एक साल हो गया, इस दौरान एक-एक करके रेलवे के सभी विभागों ने काम करना शुरू कर दिया, बस जनरल टिकट का वितरण करने वाली यात्रियों से जुड़ी सुविधा को शुरू करने की ओर रेलवे ने ध्यान नहीं दिया.. जिसकी वजह से साल बीतने के बाद भी यात्री पैसेंजर ट्रेन और जनरल टिकट के लिए तरस रहे हैं। मुख्य रेलवे स्टेशन पर 20 से अधिक टिकट काउंटर्स हैं, जिसमें से मात्र 9 टिकट काउंटर्स पर आरक्षित टिकट का वितरण किया जा रहा है, बाकी 11 जनरल टिकट के काउंटर्स बंद पड़े हैं।
दिवाली से होली आ गई, लेकिन यात्रियों को राहत नहीं मिली
सतना जाने वाले यात्री शिवराम खरे, नीतेश सोनी, अमन कुम्हारे ने बताया कि कोरोनाकाल के कई चरण बीत जाने के बाद भी रेलवे ने अभी तक जनरल टिकट की बिक्री शुरू नहीं की है, जिससे सामान्य यात्री परेशान हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे ने हालात बेहतर होने पर पिछली दिवाली में जनरल टिकट की बिक्री शुरू करने की बात कही थी, लेकिन साल बदलने के बाद होली आ गई, पर अभी तक जनरल टिकट मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है।
जरूरत पडऩे पर नहीं मिल रही टिकट, आरक्षण मिलता नहीं - वहीं ग्वालियर जाने के लिए आरक्षण कराने परेशान हो रही यात्री प्रभा देवी, सुमति बाई ने बताया कि परिजनों की तबियत खराब होने की जानकारी मिलने पर उन्हें ग्वालियर जाना है, लेकिन आरक्षण नहीं मिल रहा है। ट्रेनों में वेटिंग बढ़ रही है। ऐसे में आरक्षण न होने पर कैसे ग्वालियर जा पाएँगे, समझ में नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि पहले जनरल टिकट मिलते थे तो किसी भी ट्रेन में बैठकर गंतव्य तक पहुँच जाते थे, लेकिन अब हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। जनरल टिकट की बिक्री शुरू न होने से यात्री परेशान हैं।
रेलवे से अभी तक नहीं आया कोई आदेश
जनरल टिकट की बिक्री शुरू करने के संबंध में अभी तक रेलवे बोर्ड से कोई आदेश नहीं मिला है। यह अलग बात है कि जनरल टिकट न मिलने से यात्री परेशान हो रहे हैं, लेकिन जब तक आदेश नहीं आ जाता, हम कुछ नहीं कर सकते।
संजय विश्वास, डीआरएम जबलपुर रेल मंडल