15 वर्षों में भी पूरा नहीं हुआ गोंदिया-जबलपुर कन्वर्शन का काम , खर्च हो चुके हैं 1172 करोड़
15 वर्षों में भी पूरा नहीं हुआ गोंदिया-जबलपुर कन्वर्शन का काम , खर्च हो चुके हैं 1172 करोड़
डिजिटल डेस्क ,नागपुर। दक्षिण पूर्व मध्य (दपूम) रेल मंडल अंतर्गत गोंदिया-जबलपुर गेज कन्वर्शन का काम पिछले 15 से भी पूरा नहीं हो सका है। 1172 करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। रेल विभाग की तरफ से इस प्रोजेक्ट पर अब तक 1172 करोड़ 66 लाख 42 हजार रुपए खर्च होने का खुलासा आरटीआई में हुआ है। गोंदिया से जबलपुर का फासला 285 किमी का है। रेल प्रशासन का दावा है कि केवल 60 किमी का काम बचा है आैर 2019 तक यह काम पूरा हो जाएगा। ब्रॉडगेज का काम पूरा होने पर नागपुर रेलवे स्टेशन पर बढ़ता यात्रियों का बोझ भी कम हो सकेगा।
ब्राडगेज से कम होगी 143 किमी दूरी
रेल विभाग का महत्वाकांक्षी गोंदिया-जबलपुर गेज कन्वर्शन प्रोजेक्ट पर 2003 से काम चल रहा है। गोंदिया से जबलपुर तक नैरो गेज (छोटी लाइन) थी, जिसे ब्रॉड गेज (बड़ी लाइन) में तब्दील करने का फैसला करीब तीन दशक पूर्व हुआ था। वर्तमान में नागपुर से जबलपुर इटारसी होते हुए जाना पड़ता है आैर इसका फासला 538 किमी है। नागपुर से जबलपुर ब्रॉडगेज का काम पूरा हो जाए और एक्सप्रेस दौड़े तो यह फासला 395 किमी हो जाएगा। यानी 143 किमी की दूरी कम हो जाएगी। उत्तर की ओर से आने वाली गाड़ियां गांेदिया से ही दक्षिण भारत की आेर मुड़ जाएंगी और इस प्रकार नागपुर रेलवे स्टेशन पर बढ़ता यात्रियों का बोझ भी कम हो सकेगा।
1262 करोड़ हुए अलॉट
रेल विभाग ने 2003 से 2018 तक इस प्रोजेक्ट के लिए 1262 करोड़ 88 लाख 46 हजार रुपए अलॉट किए। इसमें से 1172 करोड़ 66 लाख 42 हजार रुपए खर्च किए गए हैं। पिछले 15 साल से हर बजट में इस प्रोजेक्ट को निधि मिली।
समनापुर-नैनपुर के बीच जारी काम
गोंदिया से बालाघाट, बालाघाट से समनापुर तक ब्रॉडगेज का काम पूरा हो चुका है। इसी तरह नैनपुर से जबलपुर तक का भी काम पूरा हो चुका है। समनापुर से नैनपुर तक काम जारी आैर यह अंतर 60 किमी है।
हो रही पैसे की बर्बादी
पिछले डेढ़ दशक (15 साल) से इस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। अगर तेजी से काम होता, तो इतना समय नहीं लगता। प्रोजेक्ट पूरा नहीं होने से यात्रियों के पैसे व समय की बर्बादी हो रही है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर उत्तर भारत की दक्षिण भारत से कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी आैर नागपुर स्टेशन पर यात्रियों का लोड भी कम हो सकेगा। बचे हुए 60 किमी का काम शीघ्र पूरा हो तो 2019 में सीधे नागपुर से जबलपुर सुपर फास्ट एक्सप्रेस दौड़ सकेगी।
-संजय थुल, आरटीआई एक्टिविस्ट
2019 में पूरा हो जाएगा काम
गोंदिया से बालाघाट, बालाघाट से समनापुर व नैनपुर से जबलपुर तक ब्रॉडगेज का काम पूरा हो चुका है। समनापुर से नैनपुर तक का फासला केवल 60 किमी है आैर यहां तेजी से काम चल रहा है। 2019 तक काम पूरा हो जाएगा। अब तक इस प्रोजेक्ट पर 1172 करोड़ 66 की निधि खर्च की गई है। यह रूट शुरू होने पर यात्रियों के समय की बचत होगी।
-केंद्रीय जनसूचना अधिकारी व उपमुख्य अभियंता निर्माण, नियोजन दपूम रेलवे बिलासपुर