अच्छी खबर: संभाग में होगी ऑक्सीजन की रीफिलिंग, 24 घंटे में असानी से मिल सकेंगे सिलेंडर

अच्छी खबर: संभाग में होगी ऑक्सीजन की रीफिलिंग, 24 घंटे में असानी से मिल सकेंगे सिलेंडर

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-13 17:33 GMT
अच्छी खबर: संभाग में होगी ऑक्सीजन की रीफिलिंग, 24 घंटे में असानी से मिल सकेंगे सिलेंडर


डिजिटल डेस्क शहडोल। ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे जिले के लिए अच्छी खबर है। कोरोना संक्रमण के कारण तेजी से बढ़े ऑक्सीजन डिमांड को देखते हुए संभाग में ही ऑक्सीजन रिफिलिंग की व्यवस्था की जा रही है। एक-दो दिन में अनूपपुर जिले के जैतहरी से ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफिलिंग का काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद मेडिकल कॉलेज को रोजाना समय पर जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति हो सकेगी। वर्तमान में एक दिन में 120 सिलेंडर की जरूरत पड़ रही है।
जैतहरी में महर्षि एयर सॉल्यूशन के नाम से ऑक्सीजन प्लांट संचालित है। यहां से इंडस्ट्रीज को ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है। संस्था के पास मेडिकल सप्लाई का लाइसेंस नहीं है। जिले में ऑक्सीजन की डिमांड बढऩे पर संभागायुक्त नरेश पाल ने प्लांट प्रबंधकों के साथ बैठक की थी। ऑक्सीजन के मेडिकल सप्लाई के लिए प्लांट संचालक तैयार हो गए हैं। उनकी ओर से 12 सितंबर को लाइसेंस के लिए ऑनलाइन अप्लाई भी कर दिया गया है। सोमवार तक लाइसेंस जारी होने की उम्मीद है।  
प्लांट की क्षमता 20 टन की, 10 टन ऑक्सीजन रिजर्व में रखा-
महर्षि एयर सॉल्यूशन के भास्कर मिश्रा ने बताया कि प्लांट की क्षमता 20 टन की है। एक बार टैंक भर जाए तो 1800 ऑक्सीजन सिलेंडर भरे जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे पास  लाइसेंस है तो जरूरत पडऩे पर बिलासपुर से सिलेंडर भरवाकर देते थे। अब लाइसेंस के लिए अप्लाई कर दिया है। लाइसेंस जारी होने के साथ ही प्लांट में ही सिलेंडर की रिफलिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों के चर्चा के बाद हमने 10 टन लिक्विड ऑक्सीजन होल्ड कर दिया है। इसमें 900 सिलेंडर रिफिल किए जा सकते हैं। ये सभी शहडोल में ही सप्लाई किया जाएगा। इसके बाद जैसे-जैसे लिक्विड ऑक्सीजन मिलता रहेगा सिलेंडर की रिफलिंग का काम चलता रहेगा। उन्होंने बताया कि प्लांट में 24 घंटे रिफलिंग का काम किया जाएगा तो 800 सिलेंडर की रिफलिंग आसानी से की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि हम नागपुर से लिक्विंड ऑक्सीजन मंगवाते हैं। अभी महाराष्ट्र सरकार ने रोक लगा दी है। संभागायुक्त ने आश्वास्त किया है कि जरूरत पडऩे पर लिक्विड ऑक्सीजन की व्यवस्था भी कराई जाएगाी।
तीन घंटे में लौट आएगा वाहन
शहडोल से जैतहरी की दूरी करीब 70 किलोमीटर है। ऐसे में अगर यहां से खाली सिलेंडर लेकर वाहन निकलेगा तो तीन से साढ़े तीन घंटे के भीतर वाहन ऑक्सीजन लेकर वापस आ जाएगा। वर्तमान में शहडोल मेडिकल कॉलेज में एक दिन में 120 ऑक्सीजन सिलेंडर लग रहे हैं। जैतपुर में रिफलिंग शुरू होने के साथ ही दिन में दो से तीन बार खाली सिलेंडरों की रिफलिंग कराई जा सकेगी। दूसरी ओर जिले के लिए 150 नए सिलेंडर खरीदने के लिए ऑर्डर चला गया है। आगामी एक सप्ताह में सिलेंडर की आपूर्ति हो सकती है।
इनका कहना है
प्लांट का निरीक्षण करा लिया गया है। लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन भी संचालक ने कर दिया है। लाइसेंस भोपाल से जारी होना है। लाइसेंस जारी होने पर वहां से सिलेंडर की रिफलिंग कराई जा सकेगी। राज्य शासन का सर्कुलर है, जिस दर पर टेंडर स्वीकृत हुआ है, उस दर पर कहीं से भी ऑक्सीजन सिलेंडर लिया जा सकता है।
-नरेश पाल, संभागायुक्त

 

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