तीन राज्यों से जुड़ा सरकारी अस्पताल बदहाल, टार्च के उजाले में हो रहा मरीजों का उपचार

तीन राज्यों से जुड़ा सरकारी अस्पताल बदहाल, टार्च के उजाले में हो रहा मरीजों का उपचार

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-29 10:49 GMT
तीन राज्यों से जुड़ा सरकारी अस्पताल बदहाल, टार्च के उजाले में हो रहा मरीजों का उपचार

डिजिटल डेस्क, अहेरी (गड़चिरोली)। अतिदुर्गम व पिछड़े जिलों में शुमार गड़चिरोली की समस्याएं सुलझने का नाम नहीं ले रही है। क्षेत्र में सुविधाएं मुहैया कराने के सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। दक्षिण गड़चिरोली में सबसे बड़े अस्पताल का दर्जा प्राप्त अहेरी के उपजिला अस्पताल में बिजली बंद होने की समस्या गंभीर बनी हुई है। जिसके कारण अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज टॉर्च की सहायता से किया जा रहा है। 

उल्लेखनीय है कि  अस्पताल की बिजली गुल होने पर स्वास्थ्य कर्मचारियों को मोबाइल का टॉर्च शुरू कर मरीजों का उपचार करना पड़ा। बताया जा रहा है कि, पिछले कुछ दिनों से बिजली गुल होने की समस्या काफी बढ़ गई है। बता दें कि, अहेरी उपविभाग में अहेरी, भामरागड़, मुलचेरा, सिरोंचा और एटापल्ली तहसील प्रमुखता से शामिल हैं । इन तहसीलों के विभिन्न गांवों के मरीज  उपचार के लिए अहेरी उपजिला अस्पताल में आते हैं। इसके अलावा उपविभाग से सटे तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के मरीज भी इसी अस्पताल में आते हैं जिस अस्पताल से तीन राज्य जुड़े हों वहां स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होनी चाहिए लेकिन  अस्पताल में अनेक समस्या होने के कारण उपचार के लिए आनेवाले मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आएदिन, बिजली गुल की समस्या के कारण अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारी और मरीजों को भारी त्रासदि का सामना करना पड़ रहा है। फलस्वरूप अस्पताल प्रबंधन इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर उपजिला अस्पताल में जनरेटर समेत अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराए, ऐसी मांग क्षेत्र के ग्रामीणों ने की है। 

कार्य अधूरा छोड़कर ठेकेदार नदारद  

पिछले  साल शॉर्टसर्किट से अस्पताल की वायरिंग जल गयी थी। जिसके बाद दुबारा वायरिंग के लिए 20 लाख रुपयों की निधि मंजूर हुई। मात्र जनरेटर की वायरिंग अब तक पूर्ण नहीं हुई और कार्य अधूरा छोड़ ठेकेदार चला गया। इस संदर्भ में संबंधित इंजीनियरिंग को अनेक बार सूचित करने के बाद भी अनदेखी की जा रही है। जिसके कारण बिजली संबंधी समस्या से अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह त्रस्त हो गया है। - डॉ. कन्ना मड़ावी , अधीक्षक, उपजिला अस्पताल, अहेरी
 

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