गजकेसरी योग में मनाई जाएगी हनुमान जयंती

गजकेसरी योग में मनाई जाएगी हनुमान जयंती

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-18 08:15 GMT
गजकेसरी योग में मनाई जाएगी हनुमान जयंती

डिजिटल डेस्क, दमोह। इस वर्ष हनुमान जयंती चेत्र शुक्ल पक्ष की स्नान दान पूर्णिमा 19 अप्रैल शुक्रवार को विशेष गजकेसरी योग पर मनाई जाएगी। श्रीशिव शनि हनुमान मंदिर एसपीएम नगर के पुजारी पंडित बालकृष्ण शास्त्री एवं पंडित आशुतोष गौतम छोटू शास्त्री ने बताया कि गजकेसरी योग पिछले 4 वर्ष के बाद आ रहा है इस योग में पूजा पाठ व उपासना करने वाली भक्तों की मनोकामना पूर्ण होगी। हनुमान जी के भक्तों के मनोबल में वृद्धि व उनके कष्टों का निवारण होता है। दमोह जिले के अनेक स्थानों पर सुंदरकांड सहित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। पंडितद्वय के अनुसार हिंदू मान्यता अनुसार रुद्रावतार भगवान हनुमान माता अंजनी और वानर राज केसरी के पुत्र हैं। हनुमान जी के जन्म का वर्णन वायु पुराण में किया गया है।

हनुमान पूजा ऐसे करें
हनुमान जयंती के दिन प्रात: काल सभी नित्य कर्मों से निवृत्त होने के बाद हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए पूजा में ब्रह्मचर्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए हनुमान जी  की पूजा में शुद्ध घी का दीपक चंदन केसर सिंदूर लाल कपड़े का लंगोट एवं पताका और भोग में लड्डू फल बूंदी की परंपरा है।

सिंदूर क्यों चढ़ाया जाता है
हनुमानजी ने माता सीता को मांग में सिंदूर भरते हुए देखकर पूछा कि आप यह क्या कर रही हैं तो माता सीता ने कहा कि वह अपने प्रभु यानी पति राम जी की लंबी आयु के लिए अपनी मांग में सिंदूर भर्ती हूं। हनुमान जी ने सोचा जब चुटकी भर सिंदूर से ही भगवान राम जी की लंबी आयु होती है तो हनुमानजी ने सिंदूर का पात्र उठाकर अपने पूरे शरीर पर ले लिया इसलिए हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाया जाता है। माता सीता ने श्रीहनुमान जी को वरदान दिया था कि जो भक्त सिंदूर का चोला आपको चढ़ाएगा उसकी मनोकामना पूर्ण होगी।
 

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