स्कूली बच्चों के बनाए जाएंगे हेल्थ कार्ड,डॉक्टर नियमित रूप से करेंगे परीक्षण 

 स्कूली बच्चों के बनाए जाएंगे हेल्थ कार्ड,डॉक्टर नियमित रूप से करेंगे परीक्षण 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-09 07:37 GMT
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डिजिटल डेस्क, दमोह । शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के अभिभावकों को अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर अब अधिक परेशान नहीं होना पड़ेगा ।शिक्षा विभाग की ओर से जिले के प्रत्येक बच्चे का हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा। इसकी प्रक्रिया शीघ्र ही प्रारंभ की जा रही है।  हेल्थ कार्ड में बच्चे की पूरी जानकारी दर्ज होगी वही बच्चे के नियमित स्वास्थ्य की जांच विशेषज्ञ डॉक्टर से कराई जाएगी ।योजना के तहत जिले के सभी बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा ।स्कूलों में संकुल प्राचार्य के माध्यम से संकुल के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में हेल्थ कार्ड शिक्षकों द्वारा तैयार किए जाएंगे ।इन हेल्थ कार्ड में एक जैसा प्रोफार्मा तैयार होगा ।इसमें बच्चे का नाम, अभिभावक का नाम, उम्र ,कक्षा ,बीमारी की स्थिति, ब्लड ग्रुप ,बजन ,पता आदि की जानकारी दर्ज करानी होगी ।बच्चों के नियमित चेकअप से इसे अपडेट किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि इस संबंध में जिले के कुछ स्कूलों में डॉक्टरों की टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था ।इसमें कुछ बच्चों का उम्र के हिसाब से वजन कम मिला ,कुछ बच्चों की आंखों में परेशानी थी ,तो कुछ बच्चों को एलर्जी के कारण भूख ना लगने की समस्या थी ।यही वजह है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अब बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क हो गया है और इसके लिए समूचे प्रदेश की भाति दमोह जिले के स्कूली विद्यार्थियों का हेल्थ कार्ड बनाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
 

इन स्तरों पर होगी जांच 

गंभीर बीमारी का पता चलने पर निशुल्क उपचार भी विभागीय स्तर पर उपलब्ध कराया जाएगा। बच्चों की आंख ,नाक ,कान ,गला, दांत एवं त्वचा रोग की जांच समय-समय पर की जाएगी ।स्कूली छात्रों के इलाज की सटीक व्यवस्था कर उसे आराम दिया जाएगा ताकि संक्रमण  अन्य बच्चों को ना फैले। इस दौरान बच्चे का वजन और लंबाई का डाटा भी समय समय पर दर्ज किया जाएगा। कलेक्टर के माध्यम से शिविर लगाकर बच्चों को सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी ।

यह है वजह 

अधिकारियों का मानना है कि शासकीय स्कूलों में अधिकतर गरीब परिवारों के बच्चे आते हैं। कई बार अभिभावक बुखार या खांसी को सामान्य समझ लेते हैं । पैसे ना होने के कारण वे डॉक्टर के पास जाने की जगह किसी भी मेडिकल स्टोर से जा कर दवा ले लेते हैं ।कई बार तो देशी दवाइयों के चक्कर में पड़कर अनजाने में बीमारियों को बढ़ा लेते हैं ।स्वास्थ्य कार्ड बनने से बीमार बच्चों को चिन्हित कर उनके इलाज की व्यवस्था की जाएगी ताकि शरीर में कोई भी बीमारी बड़ा रूप ना दे सके ।
 

इसलिए बनाई गई योजना

इस नई योजना का मकसद बीमारियों को पहचान कर उनका समय पर इलाज कराना है ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो और भी बेहतर रिजल्ट दे पाए। इसके साथ ही शासन के पास बच्चों की सेहत का डाटा उपलब्ध रहेगा ।

इनका कहना है

अच्छी पढ़ाई के लिए अच्छा स्वास्थ्य होना जरूरी है ।शासकीय स्कूल में पढऩे वाले अधिकांश बच्चों की परिवारों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है ।ना तो बेहतर इलाज मिल पाता है। ना दबाएं हेल्थ कार्ड बनने से उनका निशुल्क उपचार समय-समय पर कराया जाएगा ।- जयश्री क्रियावत आयुक्त स्कूल शिक्षा विभाग 

स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश के उपरांत इस मामले में शीघ्र ही दमोह जिले के सभी शासकीय स्कूलों में हेल्थ कार्ड बनाने की प्रक्रिया विशेषज्ञ डाक्टरों से स्वास्थ्य परीक्षण कर प्रारंभ कराई जाएगी।-  तरुण राठी  कलेक्टर दमोह

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