पन्ना जिले के एक लाख से अधिक बच्चों का होगा स्वास्थ परीक्षण

पन्ना पन्ना जिले के एक लाख से अधिक बच्चों का होगा स्वास्थ परीक्षण

Ankita Rai
Update: 2022-07-18 06:56 GMT
पन्ना जिले के एक लाख से अधिक बच्चों का होगा स्वास्थ परीक्षण

डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना कलेक्टर व सीएमएचओ डॉ. व्ही.एस. उपाध्याय के मार्गदर्शन में दस्तक अभियान का आयोजन 18 जुलाई से किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल  विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में दस्तक अभियान 18 जुलाई से  31 अगस्त तक चलाया जाएगा। जिसमें 0 से 5 वर्ष तक के 117556 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार प्रदान किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. व्ही.एस. उपाध्याय ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश एक मात्र ऐसा प्रदेश है जिसमें शिशु एवं बाल मृत्यु दर कम करने के लिए दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता जिसमें एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे। विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित बच्चों को उपचार त्वरित मुहैया कराने हेतु दस्तक देंगे। इस दौरान छोटे बच्चों में जानलेवा बीमारी निमोनिया, दस्त, कुपोषण गंभीर रक्त की कमी, जन्मजात विकृति की पहचान कर उनका मैनेजमेंट किया जाएगा। जिसमें दस्तक दल ओआरएस, जिंक टैबलेट, विटामिन ए सहित कई मेडिसिन तत्काल उपलब्ध कराएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. व्ही.एस. उपाध्याय ने बताया कि जुलाई से अगस्त की अवधि में दस्तक अभियान स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जाने का प्रमुख कारण कालखंड में मौसमी बीमारियों का प्रकोप अधिक होता है।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. पी.के. गुप्ता ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान जिले के 117556 बच्चों का स्वास्थ परीक्षण किया जाएगा। इन बच्चों का डिजिटलाइजेशन कराया गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जहां खंड स्तर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लगातार बैठके एवं प्रशिक्षण आयोजित हो चुके है। वहीं उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर पदस्थ कर्मचारियों के लिए प्रति सेक्टर बैठक का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जिला अधिकारी पहुंचकर स्वास्थ्य योजनाओं, राष्ट्रीय प्राथमिकता के कार्यक्रमों सहित दस्तक अभियान की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। बच्चों में रक्त कमी की इस बार डिजिटल हीमोग्लोबिन मीटर से जांच होगी। जिला कम्युनिटी मोबिलाइजर दीपक सिंह राजपूत ने बताया कि ०5 साल तक के बच्चों में रक्त की कमी से होने वाली विभिन्न बीमारियों का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग इस बार गांव-गांव में बच्चों के रक्त परीक्षण  कर उनमें रक्त की मात्रा कितनी है। इसका पता लगाएगा। जिससे सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया जैसे रोगों का पता शीघ्र लग सकेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समस्त एएनएम को डिजिटल हीमोग्लोबिन मीटर प्रदान किए गए हैं। सीएमएचओ स्टोर प्रभारी राजेश तिवारी ने बताया कि शहरी क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से शहरी आशा कार्यकर्ताओं को दवा उपलब्ध नहीं हो पाई थी। उन्हें यूपीएचसी के द्वारा दस्तक अभियान से संबंधित समस्त दवाएं उपलब्ध करा दी गई है। 

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