ट्रांसजेंडर भी एजुकेशन के लिए तैयार, इग्नू ने आसान की राह

ट्रांसजेंडर भी एजुकेशन के लिए तैयार, इग्नू ने आसान की राह

Anita Peddulwar
Update: 2018-09-07 10:20 GMT
ट्रांसजेंडर भी एजुकेशन के लिए तैयार, इग्नू ने आसान की राह

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ट्रांसजेंडर की राह आसान होने लगी है। आम लोगों की तरह नौकरी करके पैसे कमाने की इच्छा इनमें भी है और उनकी इस इच्छा को पूरी करने में इग्नू की बड़ी भूमिका साबित होने वाली है। दो ट्रांसजेंडर दिशा और आयशा ने इग्नू में एडमिशन लिया है। इग्नू ने इनके समुदाय के लिए नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था की है। ज्ञात रहे क इग्नू इस तरह की योजना शुरू करने वाला पहली यूनिवर्सिटी है। इस योजना के तहत इग्नू से दो ट्रांसजेंडर की इस वर्ष पहली दो स्टूडेंट बन गई हैं। दिशा ने करीब 12 वर्ष पहले 10वीं की परीक्षा दी थी। उच्च शिक्षा ग्रहण करने की काफी इच्छा थी, लेकिन सामाजिक परिस्थितियों की वजह से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाई थी। 

इग्नू के जरिए पढ़ाई जारी
नवीं कक्षा तक पढ़ाई हुई, इसके बाद सब कुछ ठहर गया। अब इग्नू का साथ मिला है। इस वर्ष बीपीपी कोर्स में एडमिशन लिया है। हमें प्रेरणा दी है मिश्रा सर ने। वे हमारे प्रेरणास्रोत्र हैं।
(दिशा, लक्ष्मीकांत मस्के)

6 महीने का कोर्स है बीपीपी 

बीपीपी 6 महीने का कोर्स है। इसे पूरा करने के बाद स्नातक कोर्स में एडमिशन दिया जाएगा। हम इन लोगों में जागरूकता बढ़ाना चाहते हैं और चाहते हैं कि ये लोग भी समाज की मुख्यधारा में जुड़ सकें। इससे सभी लोगों में संदेश जाएगा। ऐसे समुदाय के लोगों के लिए रोजगार के अवसर मिलने चाहिए। इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक इग्नू अब तक बंदियों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर रहा था, अब यह सुविधा ट्रांसजेंडर को भी दी जा रही है। 
(डॉ. पी.शिवस्वरूप, क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू)

प्रेरणा ले रहे हैं अन्य ट्रांसजेंडर 

ये दोनों बाकी किन्नरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं। जागरुकता शिविर में कई किन्नरों ने भाग लिया था। ये पढ़ेंगे तो इनकी कम्युनिटी को भी पढ़ाई करने की प्रेरणा मिलेगी। पढ़ाई के बाद इन्हें जॉब करने के अवसर मिल सकते हैं, बल्कि इन्हें हम भी जाॅब दे सकते हैं। इस बात से प्रोत्साहित होकर दो ट्रांसजेंडर इग्नू के बीपीपी कोर्स कर रहे हैं। 
(डॉ. राममनोहर मिश्रा, प्रिंसिपल)

इग्नू फ्री एजुकेशन मुहैया कराता है

इग्नू ट्रांसजेंडर्स के लिए फ्री एजुकेशन मुहैया कराता है। इस कदम के जरिए ट्रांसजेंडरों को एजुकेशन के क्षेत्र में आगे करना है। इसके लिए एनजीओ व ट्रांसजेंडर्स एक्टिविस्ट से भी मदद मांगी जाती है। ज्ञात रहे कि इग्नू में एडमिशन के लिए ट्रांसजेंडर्स से ट्रांसफर और माइग्रेशन जैसा कोई डॉक्यूमेंट नहीं देना होता है। आधार नंबर या केंद्र व राज्य सरकार अथवा मेडिकल ऑफिसर या फिर किसी अन्य राजपत्रित अधिकारी द्वारा जारी सर्टिफिकेट के आधार पर इनके पहचान का वेरिफिकेशन हो जाता है। 

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