बिजली विभाग का कारनामा : 500 यूनिट की खपत पर थमा दिया 28 लाख का बिल

बिजली विभाग का कारनामा : 500 यूनिट की खपत पर थमा दिया 28 लाख का बिल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-16 11:46 GMT
बिजली विभाग का कारनामा : 500 यूनिट की खपत पर थमा दिया 28 लाख का बिल

डिजिटल डेस्क, कटनी। एक ओर गरीबों को बढ़े बिजली बिल से राहत देने संबल योजना चलाई जा रही है, तो दूसरी ओर उपभोक्ताओं को बेहिसाब बिल दिए जा रहे हैं। 500 यूनिट का 28 लाख रुपए का बिजली बिल इन दिनों चर्चा का विषय बना है। मनमाने देयक जमा नहीं करने पर उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। आलम यह है कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज हैं पर महीनों बाद भी देयकों में सुधार नहीं हो पा रहा है।

नगर के शास्त्री कालोनी निवासी देवेन्द्र कुमार मिश्रा के नाम पर आटा चक्की का कनेक्शन है। इस माह उन्हें 28 लाख 67 हजार 756 रुपए का बिल दे दिया गया। भारी भरकम बिल देखकर उनका पूरा परिवार परेशान है। देयक में 500 यूनिट खपत दर्शाई है और उर्जा प्रभार की राशि 2629748 रुपए, फिक्स चार्ज 1396 रुपए, इलेक्ट्रिसिटी चार्ज 236677 मिलाकर देयक बना दिया गया। जबकि देयक में ही स्पष्ट है कि अधिकतम खपत 588 यूनिट रहती है।

दिसम्बर में खपत 318 यूनिट, जनवरी में 588 यूनिट, फरवरी में 400 यूनिट, मार्च में 463 यूनिट, अप्रैल में 503 यूनिट, मई में 445 यूनिट बिजली खपत हुई है। जून माह में भी 500 यूनिट खपत दर्शाई गई है। देवेन्द्र कुमार मिश्रा का कहना है कि उनके मोबाइल में सूचना आई है, अभी ओरिजनल बिल नहीं मिला है, बिल मिलने पर अधिकारियों को शिकायत की जाएगी।

बिल सुधार नहीं
शाहपुर निवार निवासी रिखीराम रजक के घर में पत्नी राम बाई के नाम पर कनेक्शन है। फरवरी माह में उसे 6000 रुपए का बिल थमा दिया गया। बीच में 650 रुपए जमा किए, लेकिन दो माह बाद नौ हजार रुपए का बिल आ गया। रिखीराम के अनुसार बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। उसके घर में दो बल्ब, टीवी और एक पंखा है। हर माह 250-300 रुपए के बीच बिल आता था, जिसे जमा कर दिया जाता था।

फरवरी माह में एक साथ छः हजार बिल आया और अप्रैल में नौ हजार हो गया। खेती किसानी से परिवार का किसी तरह पालन पोषण होता है। नौ हजार रुपए बिल जमा करने की हैसियत नहीं है। बिजली विभाग ने कनेक्शन भी काट दिया, अब अंधेरे में निवास कर रहे हैं। रिखीराम के अनुसार सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की पर बिल की रकम कम नहीं की गई। विद्युत मंडल के अधिकारी/ कर्मचारियों का कहना है कि बिल जमा करना पड़ेगा तभी कनेक्शन जुड़ेगा।

ऑनलाइन बिल जमा किया, कनेक्शन काटने का नोटिस
विजयराघवगढ़ निवासी रमेश कुमार को एमपी ऑनलाइन से बिजली बिल जमा करना महंगा पड़ गया। दिसम्बर माह का बिल 2918 रुपए ऑनलाइन जमा किए। अगले माह यह राशि बिल में जोड़कर भेज दी गई। आनलाइन जमा किए गए बिल की रसीद आदि पेश करने के बाद भी विद्युत मंडल मानने तैयार नहीं है और अब कनेक्शन काटने का नोटिस भेज दिया गया।
 

 

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