टाइगर ने ले ली पेंथर की जान, वर्चस्व की जानलेवा जंग

टाइगर ने ले ली पेंथर की जान, वर्चस्व की जानलेवा जंग

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-16 08:47 GMT
टाइगर ने ले ली पेंथर की जान, वर्चस्व की जानलेवा जंग

डिजिटल डेस्क, सतना। उचेहरा वन परिक्षेत्र के पनिहाई बीट के खंधेराजा जंगल में शुक्रवार को देर रात तेंदुए की डेडबॉडी मिलने से सनसनी खिंच गई। ग्रामीणों का कहना है कि बीती रात जंगल में टाइगर और पेंथर की दहाड़ से पूरा वन गूंज रहा था। गांव के लोग अनहोनी की आशंका से घरों में दुबक गए थे। समूची रात रह-रह कर दोनों दहाड़ रहे थे। सुबह होते-होते आवाजें शांत हो गईं। माना जा रहा है कि टाइगर-पेंथर पर भारी पड़ गया। गंभीर रूप से घायल हो जाने पर पेंथर एक पुलिया के नीचे जाकर बैठ गया और वहीं उसकी मौत हो गई। चश्मदीदों का कहना है कि गले में गहरा जख्म भी दिख रहा है। घटना की सूचना मिलने पर वन संरक्षक राजीव मिश्र एवं उपवन मंडलाधिकारी धीरेन्द्र प्रताप सिंह रात में ही घटना स्थल की ओर रवाना हो गए हैं, जबकि वन परिक्षेत्र अधिकारी रमाशंकर त्रिपाठी वन अमले के साथ मौके पर मौजूद हैं।

दो दिनों तक संघर्ष
ग्रामीणों का कहना है कि 2 दिनों में कई बार टाइगर और पेंथर के बीच संघर्ष की आहटें आ रही थीं, लेकिन कुछ देर तक लड़ने के बाद शांत हो जाते थे। गुरुवार की रात लगातार एक-दूसरे पर झपटने की आहट मिल रही थी। रात के अंधेरे में इतनी भयावह स्थिति बन गई कि घरों में बंधे पालतू जानवर भी शोर मचाने लगे। अंतत: टाइगर तेंदुए पर भारी पड़ गया। लोग बताते हैं कि तेंदुआ अभी पूरी तरह से जवान भी नहीं हो पाया था।

नए रहवास की तलाश
पन्ना टाइगर रिजर्व से सटे खंधेराजा जंगल के साथ ही पनिहाई में बीते 3-4 महीनों से टाइगर का मूवमेंट बना हुआ है। कई बार वह पालतू और वन्यजीवों को किल भी कर चुका है। धनिया, पनिहाई व खंधेराजा जंगलों में मौजूदा समय में दर्जन भर से अधिक पेंथर भी मौजूद हैं। टाइगर रिजर्व छोड़कर यहां टाइगर की मौजूदगी यह बताती है कि संभवत: वह नया रहवास बनाने की फिराक में है।

 

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