वन विभाग ने मजदूरी कराकर नहीं किया भुगतान, मजदूरों ने कलेक्ट्रेट घेरा

वन विभाग ने मजदूरी कराकर नहीं किया भुगतान, मजदूरों ने कलेक्ट्रेट घेरा

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-26 08:05 GMT
वन विभाग ने मजदूरी कराकर नहीं किया भुगतान, मजदूरों ने कलेक्ट्रेट घेरा

डिजिटल डेस्क शहडोल। मजदूरी भुगतान नहीं होने की शिकायत लेकर दर्जनों मजदूरों ने परिवार सहित सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में डेरा डाल लिया। मजदूरों का आरोप है कि वन विभाग द्वारा प्लांटेशन के लिए गड्ढे खुदवाए थे। भुगतान नहीं किया। हालांकि यह मामला अनूपपुर जिले के अहिरगवां रेंज का है, लेकिन श्रमिकों को जानकारी नहीं होने के कारण वे शहडोल कलेक्टर के पास फरियाद लेकर पहुंच गए। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम सोहागपुर लौकेश जांगिड़ श्रमिकों के बीच पहुंचकर ठण्ड में परेशान हो रहे श्रमिकों की बातें सुनी और अनूपपुर डीएफओ से चर्चा कर उनके ठहरने व भुगतान की समस्या का हल कराया।
भुगतान का झमेला
पीडि़त श्रमिक सीधी जिले के मझौली के हैं। श्रीलोनी, मिथलेश, प्रहलाद, राधिका सहित अन्य ने बताया कि पड़मनियां बीट के अंतर्गत गड्ढा खुदाई का कार्य कराया गया। भुगतान के बारे में पहले नहीं बताया गया था कि ऑन लाइन खातों में होगा। 7 दिसंबर से 24 दिसंबर तक 18 दिन कार्य कराया गया। 8 रुपये प्रति गड्ढे के हिसाब से भुगतान करना था। कार्य पूरा होने के बाद रेंजर जेपी तिवारी द्वारा कहा गया कि राशि मजदूरों के खातों में जाएगी। समस्या यह है कि इनके बैंक में अकाउंट ही नहीं हैं। श्रमिकों का आरोप है कि उन्हें भुगतान प्रक्रिया के बारे में बताया ही नहीं गया था। अब उनके पास किराये के रुपये भी नहीं है। खाने पीने का राशन खत्म हो चुका है।
प्रशासन ने की पहल
अवकाश के दिन मजदूरों के कलेक्ट्रेट आने की खबर के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। कोतवाली से एएसआई रामराज पाण्डेय पहुंचे। उन्होंने एसडीएम व तहसीलदार को माजरा बताया। एसडीएम जांगिड़ मजदूरों के पास पहुंचे। उन्होंने अनूपपुर डीएफओ से चर्चा की और समस्या निदान की बात कही। ठहरने के लिए रैन बसेरा में व्यवस्था कराई।
इनका कहना है
जानकारी नहीं होने की स्थिति में श्रमिक शहडोल चले गए। अधिकारियों से गलती हुई कि उन्होंने भुगतान की प्रक्रिया नहीं बताई। मजदूरों को घर जाने की व्यवस्था कराने के साथ भुगतान शीघ्र कराया जाएगा।
प्रियांशी सिंह, डीएफओ अनूपपुर

 

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