ओलिंपिक में पदक हासिल करना आसान नहीं - अंजू बॉबी जार्ज
ओलिंपिक में पदक हासिल करना आसान नहीं - अंजू बॉबी जार्ज
- अंजू ने खासदार क्रीड़ा महोत्सव की सरहना की।
- अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि ओलिंपिक में पदक हासिल करना आसान नहीं है।
- पति के साथ मिलकर बंगलुरु में ‘अंजू बॉबी स्पोर्ट्स अकादमी’ के तले देश के शीर्ष 10 एथलेटिक्स को प्रशिक्षण दे रही अंजू।
डिजिटल डेस्क, नागपुर। ‘राजीव गांधी खेल रत्न" सम्मान प्राप्त भारत की प्रसिद्ध एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि ओलिंपिक में पदक हासिल करना आसान नहीं है। इसके लिए कड़ी मेहनत और शुरुआत से ही खासकर अच्छी कोचिंग की जरूरत होती है। खासदार क्रीड़ा महोत्सव के तहत शहर में चल रही एथलेटिक्स स्पर्धा के उद्घाटन के अवसर पर शहर पहुंची अंजू ने प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही।
1977 में दक्षिण मध्य केरल के कोट्टायम जिले के छोटे से कस्बा चीरनचीरा में जन्मी अंजू ने कहा कि भारत में एथलेटिक्स को सही तरीके से कोचिंग और एड कंपनी से उतनी मदद नहीं मिलती जितनी मिलनी चाहिए। जिसके कारण एथलिट्स सही तरीके से अपने आप को बड़े टूर्नामेंट के लिए तैयार नहीं कर सकते। सितंबर 2003 में पेरिस में हुई वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंबी कूद में कांस्य पदक जीत कर भारत को प्रथम बार विश्व-स्तर की प्रतियोगिता में पुरस्कार दिलाने वाली अंजू ने कहा कि वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप और एशियन गेम्स से ओलिंपिक गेम्स बहुत ही कठिन होता है। इसमें अगर मेडल हासिल करना है तो खिलाड़ियों को ग्रास रूट से ही सही प्रशिक्षण लेने की जरूरत हैं।
अपने पति के साथ मिलकर बंगलुरु में ‘अंजू बॉबी स्पोर्ट्स अकादमी’ के तले देश के शीर्ष 10 एथलेटिक्स को प्रशिक्षण दे रही अंजू ने भरोसा दिलाया कि अगले चार वर्षों में देश को एथलेटिक्स में कई मेडल प्राप्त होंगे। हिमा दास की तारीफ करते हुए अंजू ने कहा कि हिमा में टैलेंट की कमी नहीं हैं। वह देश के लिए आगे और भी पदक दिलाएगी। शहर में चल रही खासदार क्रीड़ा महोत्सव की सरहना करते हुए अंजू ने कहा कि यह आयोजकों की ओर से खिलाड़ियों के लिए एक शानदार मंच है। खिलाड़ी इसका भरपूर लाभ उठाए।
बैडमिंटन : अर्या और लिविया की जोड़ी ने मारी बाजी
अर्या अंचलवार और लिविया पर्नांडिस की जोड़ी ने खासदार क्रीड़ा महोत्सव के तहत खेले गए अंडर-19 गर्ल्स डबल्स में सानिका दुरुगकर और शृति चोखान्द्रे की जोड़ी को 2-1 (19-21, 21-17, 21-13) से शिकस्त देकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया। इससे पहले खले गए सेमीफाइनल मुकाबले में सानिका और शृति की जोड़ी ने अदिति और श्रेया की जोड़ी को 21-15, 21-16 से तथा अर्या और लिविया की जोड़ी ने भार्गवी और चैताली नायसे की जोड़ी को 21-16, 21-16 से मात देकर फाइनल में पहुंची थी।