इतवारी-छिंदवाड़ा रेल लाइन शुरू होते ही एसटी को लगेगा प्रति माह लाखों का फटका  

इतवारी-छिंदवाड़ा रेल लाइन शुरू होते ही एसटी को लगेगा प्रति माह लाखों का फटका  

Anita Peddulwar
Update: 2019-12-21 09:46 GMT
इतवारी-छिंदवाड़ा रेल लाइन शुरू होते ही एसटी को लगेगा प्रति माह लाखों का फटका  

 डिजिटल डेस्क, नागपुर। जनवरी माह में इतवारी-छिंदवाड़ा ब्राडगेज लाइन का शुरू होना लगभग तय है। जनरल बोगी में 30 रुपये में यात्री सफर कर सकेंगे। ऐसे में नागपुर से जानेवाली एस टी बसों के यात्री कम किराये के कारण रेलवे की ओर रूख करने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। आंकड़ों की बात करें तो नागपुर-छिंदवाड़ा की ओर प्रति दिन गणेशपेठ बस स्टैण्ड से 60 हजार रुपये तक का राजस्व हासिल हो रहा है। ऐसे में यात्रियों का रेलवे की ओर रूख करने से प्रति माह 18 लाख तक की कमाई कम होने का चित्र सामने हैं। पहले से घाटे में चल रही एस टी बसों के लिए यह पहले से करेला उस पर नीम चढ़ा की कहावत की तरह साबित होगा।

वर्षों पहले नागपुर से छिंदवाड़ा जानेवाली छोटी लाइन बंद हो गई थी। उद्देश्य था बड़ी लाइन निर्माण का। लेकिन इससे प्रति दिन इस लाइन पर निर्भर रहनेवाले यात्रियों की फजीहत हो गई थी। लगभग सभी यात्रियों ने एस टी बसों का सहारा लिया था। ऐसे में वर्तमान स्थिति में गणेशपेठ बस स्टैण्ड से प्रति दिन 2 दर्जन तक बसों को चलाया जाता है। एक यात्री से 150 रुपये तक किराया लिया जाता है। ऐसे में प्रशासन को प्रति दिन 60 हजार से ज्यादा की आमदनी नागपुर-छिंदवाड़ा बसों से मिल रही है। लेकिन हाल ही में इतवारी से छिंदवाड़ा की बड़ी लाइन का निर्माण हो गया है। मात्र 18 किमी का सीआरएस निरीक्षण बाकी है। जिसे दिसंबर माह में ही किया जानेवाला है। इसके बाद नये साल के पहले माह में ही यहां से छिंदवाड़ा के लिए गाड़ियां दौड़ना शुरू हो जाएगी।

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार छोटी लाइन के किराये की तरह जनरल कंपाटमेंट में एक्सप्रेस गाड़ियों में 30 रुपये ही किराया लगनेवाला है। वही बस के किराये से तुलना करें तो आधे से कम शुल्क में छिंदवाड़ा का सफर रेलवे से मिलनेवाला है। ऐसे में अधिकांश यात्री बस को छोड़ रेलवे की ओर रूख करने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में प्रति माह 18 लाख तक की आय नागपुर बस स्टैण्ड से कम होने की बात सामने आ रही है।

बाहर से आनेवाली बसों पर भी पड़ेगा फर्क 
नागपुर विभाग अंतर्गत कई डिपो शामिल है। जिसमें काटोल, उमरेड, सावनेर आदि शामिल है। इन डिपो से भी प्रतिदिन एक दर्जन से ज्यादा बस छिंदवाड़ा की ओर वाय नागपुर होकर जाती है। ऐसे में इन बसों को भी नागपुर से छिंदवाडा के लिए यात्री नहीं मिलने की स्थिति साफ हो रही है। जिससे नागपुर विभाग की आय पर रेल लाइन बनने से ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है।

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