देश के 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों में जबलपुर 11 वाँ सबसे साफ शहर

देश के 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों में जबलपुर 11 वाँ सबसे साफ शहर

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-01 08:22 GMT
देश के 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों में जबलपुर 11 वाँ सबसे साफ शहर

डिजिटल डेस्क जबलपुर । 10 लाख से अधिक की आबादी वाले देश के बड़े शहरों की स्वच्छता रैंकिंग में शहर को दूसरी तिमाही में 11 वाँ स्थान मिला है, जबकि पहली तिमाही में 22 वाँ स्थान मिला था। इस प्रकार शहर ने तीन माह में ही बेहतर प्रदर्शन किया। इस सूची में इंदौर पहले नम्बर पर है, जबकि भोपाल को चौथा नम्बर प्राप्त हुआ है। वहीं ग्वालियर को इसमें 13 वाँ नम्बर हासिल हुआ है। इस प्रकार 10 लाख से अधिक की आबादी के सर्वे में  मध्य प्रदेश के चार शहरों ने स्थान प्राप्त किया है। बताया जाता है कि केन्द्र सरकार द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के इस नए सर्वेक्षण में अब हर तीन माह का सर्वे किया जाता है और उसका परिणाम जारी होता है। इसमें टीम के सदस्यों का आना जरूरी नहीं होता है, बल्कि टेलीफोन के जरिए ही टीम के सदस्य शहर के कुछ चुनिन्दा लोगों से चर्चा करके पूछते हैं कि शहर में निरंतर सफाई हो रही है या नहीं? सार्वजनिक शौचालय स्वच्छ रहते हैं कि नहीं? बाजारों में सफाई होती है या नहीं? गीला कचरा और सूखा कचरा अलग-अलग रखा जाता है या नहीं? कचरा उठाने के लिए गाडिय़ाँ आती हैं या नहीं? इत्यादि। दिल्ली में जारी हुई सूची 7 दूसरी तिमाही की सूची मंगलवार को दिल्ली में जारी की गई। इस सूची में दूसरे स्थान पर राजकोट है, जबकि तीसरा स्थान प्राप्त किया है थाने ने। सबसे अधिक पाँच स्थान महाराष्ट्र को प्राप्त हुए हैं। 
हर शहर का बेसिक डाटा फीड है 
 केन्द्र सरकार के पास हर शहर का बेसिक डाटा फीड है और उसके आधार पर ही सर्वे कराया जाता है। सर्वे के िलए पहली तिमाही अप्रैल से जून तक होती है और दूसरी तिमाही जुलाई से सितम्बर माह की कहलाती है। तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर से दिसम्बर का भी सर्वे हो चुका है और उसका भी परिणाम जल्द ही आएगा। 
आम शहरी को सर्वे पचेगा या नहीं 
 आम शहरी नागरिक इस सर्वे को सत्य मानेंगे या नहीं, ये तो वे ही जानें, क्योंिक शहर के अधिकांश लोगों की नजर में शहर की सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। ओडीएफ प्लस-प्लस सर्वे के दौरान पिछले माह सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों की व्यवस्था बेहतर की गई थी, लेकिन सर्वे होते ही सब पहले जैसा हो गया है। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था बुरी तरह से फेल हो गई है, झाड़ू ठीक से नहीं लगती है, नालियों में मलबा भरा रहता है। 
इनका कहना है
निश्चित ही शहर ने सफाई व्यवस्था में सुधार किया है और इसी का परिणाम है िक केन्द्र सरकार के सर्वे में हमें 11 वाँ स्थान मिला है। आने वाले दिनों में और बेहतर कार्य होगा, जिससे हम मुख्य सर्वे में शानदार प्रदर्शन करेंगे। कुछ खामियाँ जरूर हैं, जिन्हें दूर किया जा रहा है। 
  रोहित सिंह कौशल, अपर आयुक्त, नगर निगम
 

Tags:    

Similar News