जेल प्रबंधन ने उपहार में दिए फलदार पौधे,सेंट्रल जेल से रिहा किए गए 62 बंदी

सतना जेल प्रबंधन ने उपहार में दिए फलदार पौधे,सेंट्रल जेल से रिहा किए गए 62 बंदी

Safal Upadhyay
Update: 2022-10-03 08:12 GMT
जेल प्रबंधन ने उपहार में दिए फलदार पौधे,सेंट्रल जेल से रिहा किए गए 62 बंदी

डिजिटल डेस्क,सतना। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर पहली बार जेल में सजा काट रहे बंदियों को रिहाई का लाभ दिए जाने का निर्णय 62 लोगों के लिए नया जीवन मिलने से कम नहीं है। गौरतलब है कि अभी तक 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही पात्र कैदियों को छोड़ा जाता था। नई पहल के तहत खुली हवा में सांस लेने वाले बंदियों में 24 छतरपुर, 21 सतना, 13 पन्ना, 2 रीवा और 1-1 बांदा व दमोह के निवासी हैं। इन सभी को सजा के दौरान किए गए श्रम के बदले मिले मेहनताने को बैंक में जमा कराने के बाद मिली पासबुक के साथ फलदार पौधे भी प्रदान किए गए। 

ये हुए आजाद 

रिहाई पाने वालों में सतना जिले के बब्लू उर्फ हरिओम ओझा, दिप्पू उर्फ नरेन्द्र चौबे, चिंटू उर्फ चेतराम सिंगरहा, सुंदरलाल सिंगरहा, दिनेश सिंगरहा, बंदू गोंड़, रामलाल यादव, अमित तिवारी, भुरइया चौधरी, राजललन उर्फ राजलाल चौधरी, बब्लू उर्फ रामलाल चौधरी, लालू चौधरी, कौशल किशोर चौधरी, सुद्धू खैरवार, रवि सिंगरहा, रामनरेश पाल, बलवान यादव,मुन्ना यादव, बद्री यादव, नेता उर्फ राजाभइया यादव,रमेश यादव शामिल हैं, तो छतरपुर जिले के नेपाल आदिवासी, राजकुमार सिंह, मूरत राजपूत, माली प्रसाद राजपूत, किशन लाल यादव,बंदी यादव, धर्मेन्द्र सिंह, इंद्रपाल सिंह, मइयादीन प्रजापति, राममिलन प्रजापति, किशोरी देवी बेडिय़ा,रामप्रसाद काछी, नंदू काछी, सुकई काछी, मोहनलाल काछी, मुन्ना सिंह, रतिराम लोधी, बलराम चंसौरिया,सुनील जैन, अब्दुल उर्फ रईस सौदागर, वीरन उर्फ वीरेन्द्र सिंह, अप्पू प्रजापति और किशोर सिंह को छोड़ा गया।

वहीं पन्ना के आनंदीलाल पटेल, नंदी कुर्मी, राजाराम कुर्मी, हरिराम राय, राजू उर्फ फोडन गोंड़, राजू प्रजापति, भरत सिंह राठौर, बटोला उर्फ बटोली यादव, बलदाऊ पाल, धीरज गुप्ता, सूरा पाल, कृष्णकांत उर्फ विनीत गोस्वामी और कमलेश यादव के नाम शामिल हैं, तो रीवा निवासी उमेश उर्फ छोटानी तिवारी और जद्दू उर्फ जावेद खां, दमोह निवासी उजियार सिंह तथा बांदा के रामप्रसाद कुशवाहा को भी जेल से आजादी मिली है।

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