पुलिसकर्मियों के ही बेटे निकले फर्जी पुलिस, चंद घंटे में पुलिस ने उगलवाया सच  

पुलिसकर्मियों के ही बेटे निकले फर्जी पुलिस, चंद घंटे में पुलिस ने उगलवाया सच  

Anita Peddulwar
Update: 2019-08-20 06:07 GMT
पुलिसकर्मियों के ही बेटे निकले फर्जी पुलिस, चंद घंटे में पुलिस ने उगलवाया सच  

डिजिटल डेस्क, नागपुर। वसूली के चक्कर में खुद को पुलिस बताने वाले दो आरोपी हवालात  पहुंच गए। इन दोनों आरोपियों के खिलाफ जरीपटका पुलिस ने 15 घंटे में चार्जशीट तैयार कर अदालत में पेश किया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम आरोपी आशीष देशमुख (32) निवासी जाफर नगर व केतन ताराचंद ढोबडे (25) निवासी जाफर नगर निवासी है। पकड़े गए दोनों फर्जी पुलिस के पिता शहर पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। जरीपटका के वरिष्ठ थानेदार पराग पोटे ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को नशे की लत है। यह शौक पूरा करने के लिए फर्जी पुलिस बनकर वसूली कर रहे थे।  

मामला इस प्रकार है 

पुलिस सूत्रों के अनुसार,  रविवार को सौरभ गौतम गायकवाड़ (22) निवासी लष्करीबाग व उसके दोस्त लोकेश मेश्राम व संकेत टेंबुर्णे जरीपटका के इंदोरा मैदान के पास बस स्टॉप पर गए थे। वहां पर तीनों मित्रों ने भूख लगने पर कच्चा चिवड़ा खरीदा और मैदान में बैठकर खाने लगे। तभी आरोपी आशीष देशमुख व केतन ढोबडे दोपहिया वाहन (एमएच 31 बीडी 4925) से वहां पहुंचे और सौरभ तथा उसके दोनों मित्रों से कहा कि हम पुलिसवाले हैं, तुम लोग यहां पर शराब पीने बैठे हो। कार्रवाई की जाएगी। यह सुनकर सौरभ और उसके दोस्त डर गए। फिर उन्होंने कहा-अगर थाने नहीं चलना है तो मामले को यहीं पर रफा-दफा कर लेते हैं। आशीष और केतन ने उनसे उनका मोबाइल फोन भी छीन लिया। डर से सौरभ और उसके दोनों मित्रों ने 100 रुपए दिया, तो आशीष और केतन ने उनका मोबाइल फोन वापस कर दिया। 

दोनों आरोपी निकले पुलिस के बेटे  

दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस को पता चला कि उनके पिता पुलिसकर्मी हैं। जरीपटका के वरिष्ठ थानेदार पराग पोटे के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक रविंद्र अंभाेरे ने मामले की जांच शुरू की। अंभोरे ने गवाहों के बयान लेकर मामले की जांच 15 घंटे में पूरी कर आरोपी आशीष और केतन के खिलाफ अदालत में चार्जशीट पेश की। नागपुर की जरीपटका का संभवत: यह दूसरा मामला है जब आरोपियों के खिलाफ  चार्जशीट अपराध दर्ज होने के बाद उसी दिन पेश की गई। इसके पहले जरीपटका पुलिस ने पहली बार धारा 354 में एक ही दिन में आरोपी के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी।  

दोस्त के आते बढ़ी हिम्मत 

मोबाइल मिलते ही सौरभ ने कुछ दूरी पर चिकन की दुकान में बैठे अपने कुछ दोस्तों को आवाज लगाते हुए कहा कि तुम लोग भी शराब मत पीना पुलिस आ गई है। सौरभ के अन्य मित्र भी सच जानने के लिए वहां आ गए। आरोपियों की बातचीत व पहनावा देख सौरभ और उसके दोस्तों को शक हुआ, तो सवाल जबाब करने लगे कि तुम कौन से थाने में हो। किस पोस्ट पर हो। यह सुनकर आशीष और केतन भागने की कोशिश करने लगे। सौरभ और उसके मित्रों ने दोनों को पकड़ लिया। उसके बाद इन आरोपियों के बारे में जरीपटका पुलिस को सूचना दी गई। जरीपटका पुलिस ने दोनों आरोपियों को थाने में ले जाकर पूछताछ की तो उनकी करतूत उजागर हो गई। दोनों आरोपियों पर पुलिस ने धारा 419, 420, 170, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपियों की धर-पकड़ में द्वितीय पुलिस निरीक्षक दिलीप लांडगे, हवलदार तेजराम देवले, नायब सिपाही जयशील नंदेश्वर, राकेश खोब्रागडे, प्रलेश कापसे, चेतन भोले आदि ने सहयोग किया।  
 

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