देवी स्थलों में नहीं बोए जाएंगे जवारा, श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे मंदिरो के पट

देवी स्थलों में नहीं बोए जाएंगे जवारा, श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे मंदिरो के पट

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-25 09:14 GMT
देवी स्थलों में नहीं बोए जाएंगे जवारा, श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे मंदिरो के पट

डिजिटल डेस्क  कटनी । बुधवार से शुरू हो रहे वासंतेय नवरात्र पर्व भी कोरोना वायरस संक्रमण के चलते फीका रहेगा। मंदिरों में पूजा पाठ तो होगा लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब देवी स्थलों में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा और मातारानी के दरबार सूने रहेंगे।  पुजारी लालजी पंडा के अनुसार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रशासन के आदेशानुसार नवरात्रि पर जन सामान्य के प्रवेश के लिए जालपा मंदिर बंद रहेगा। देवी जी की आरती-पूजन मंदिर के अंदर जारी रहेगी। पुजारी ने श्रद्धालुओं से घर से ही पूजन-अर्चना करने का अनुरोध किया है। तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव ने सुबह मंदिर के पुजारी एवं व्यवस्थापकों से चर्चा कर कोरोना वायरस को लेकर कलेक्टर द्वारा घोषित लॉक डाउन के दौरान नवरात्रि पर मंदिर में भीड़ नियंत्रित करने चर्चा की। अधिकारियों से चर्चा के बाद मंदिर के पुजारी ने श्रद्धालुओं के लिए अपील जारी की। मंदिर के पुजारी के अनुसार इस बार श्रद्धालुओं की ओर से मन्नत के जवारा कलश नहीं बोए जाएंगे। बिलहरी स्थित चंडी माता, कंकाली माता एवं चंडी माता मंदिरों में जवारे नहीं बोए जाएंगे। सरपंच गौरीशंकर गोस्वामी द्वारा ग्राम कोटवार से मुनादी भी कराई जा रही है।
यहां भी 
विजयराघवगढ़ स्थित मां शारदा मंदिर एवं बंजारी माता मंदिर में भी इस बार वासंतेय नवरात्रि पर श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। प्रतिपदा को कलश स्थापना होगी और  नौ दिनों तक मंदिर में केवल पुजारी द्वारा पूजा-अर्चना की जाएगी। तहसीलदार महेन्द्र पटेल ने बताया कि जिला प्रशासन ने पूरे जिले में लॉक डाउन घोषित किया है और यह निर्णय पूरे जिले में लागू होगा। श्रद्धालुओं से भी अपेक्षा है कि वे विश्व स्वास्थ्य संगठन की एडवाइजरी का पालन करते हुए घर पर ही पूजा अर्चना करें।
नहीं बोए जाएंगे जवारा कलश
मरही माता मंदिर बहोरीबंद की समिति ने यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष चैत्र नवरात्रि में कलश जवारे नहीं बोये जाएंगे। कोरोना वायरस  संक्रमण को लेकर शासन-प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने समिति ने नौ दिन तक दिन माता रानी के पट भी बंद रखने का भी निर्णय लिया है। साथ ही रामनवमीं को मंदिर में कोई धार्मिक कार्येक्रम आयोजित नहीं होगा। समिति ने  सभी श्रद्धालुओं से  घर पर रहकर ही माता रानी का पूजन-अर्चन करने का अनुरोध किया है।
घर पर ही पूजा- अर्चना करें, मंदिरों में नहीं जाएं
 कलेक्टर शशिभूषण  सिंह ने जिले के निवासियों को चैत्र नवरात्रि की शुभकामनायें दी हैं। साथ ही उन्होंने जिले के निवासियों विशेषकर महिलाओं से अपील की है कि वे कोरोना वायरस (काविड-19) के संक्रमण की आशंका को देखते हुए घर पर ही पूजा-अर्चना करें, मंदिरों में नहीं जायें। उन्होंने बताया कि पूरे विश्व में तथा भारत में भी कोरोना वायरस (काविड-19)के संक्रमण के चलते लोग बीमार हो रहे हैं, जिसका अब तक कोई इलाज नहीं है, इसलिये बचाव ही एकमात्र उपाय है। इससे बचाव के लिये आवश्यक है कि लोग एक दूसरे से दूरी बनाये रखें तथा अपने घर पर ही रहें।
 

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