कटनी: एलएंडटी के हेल्पर ने फांसी लगाकर दी जान

जिला अस्पताल प्रबंधन तथा कंपनी के अफसर दो दिन तक पुलिस से छिपाए रहे मामला कटनी: एलएंडटी के हेल्पर ने फांसी लगाकर दी जान

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-17 17:01 GMT
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डिजिटल डेस्क कटनी। रेलवे के ग्रेड सेपरेटर का यहां काम कर रही एलएंडटी कंपनी में कार्यरत हेल्पर धीरेन्द्र  द्विवेदी (21) फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के भाई वीरेन्द्र ने कंपनी के अफसरों-कर्मचारियों पर धीरेन्द्र को बंधक बना कर मारपीट किए जाने, नौकरी से निकाले जाने और उससे क्षुब्ध हो आत्महत्या किए जाने का आरोप लगाया है। मृतक द्वारा फांसी लगाए जाने की जानकारी जिला अस्पताल प्रबंधन तथा कंपनी के अफसरों द्वारा छिपाए जाने की बात भी सामने आई है। साथी की मौत के बाद कर्मचारियों ने जिला अस्पताल में पुलिस अधिकारियों के समक्ष जमकर हंगामा व प्रदर्शन किया। एसपी सुनील जैन ने भी पुलिस को समय पर सूचना नहीं दिए जाने को बड़ी लापरवाही माना है।
15 को लगाई फांसी 17 को दी पुलिस को सूचना
हासिल जानकारी के अनुसार मूलत: सीधी जिले के सोनवर्षा के रहने वाले धीरेन्द्र पिता महेश द्विवेदी ने 15 नवम्बर की रात प्लांट के समीप ही किराए के कमरे में फांसी लगा ली थी। उसे फंदे में लटका देख साथी कर्मचारियों श्रीमन मिश्रा और अतुल पटेल ने नीचे उतारा और सांस चलती देख इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए। यहां पर एक दिन भर्ती रखने के बाद कंपनी के अधिकारी उसे शहर के एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां बुधवार सुबह पांच बजे उसकी मौत हो गई। धीरेन्द्र की मौत के बाद एनकेजे थाना पुलिस को सूचना दी गई। जिसने पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्र्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा।
नौकरी से दिया था निकाल , कर्मचारियों के शोषण की भी बात आई सामने
मृतक के भाई वीरेन्द्र के मुताबिक मेरा भाई (धीरेन्द्र) स्वास्थ्य खराब होने के कारण रविवार को काम पर नहीं गया था। सोमवार को जब वह काम पर पहुंचा तो अटेंडेंस मशीन ने उसका थंब इंप्रेशन नहीं लिया। सुपरवाइजर अजीत सिंह से बात की तो उसने काम से निकाल दिये जाने की बात कही। इसका विरोध जताया तो कंपनी के कर्मचारियों ने उसके साथ प्लांट के अंदर मारपीट की। हालांकि प्रबंधन ने मारपीट किए जाने से इंकार किया है। धीरेन्द्र की मौत के बाद पुलिस के सामने प्रदर्शन कर रहे साथी कर्मचारियों ने कंपनी प्रबंधन पर कर्मचारियों को मानसिक और शारीरिक रुप से प्रताडि़त करने, साप्ताहिक अवकाश न दिए जाने तथा 8 के बजाय 12 से 14 घंटे काम लिए जाने और विरोध पर मारपीट किए जाने का भी आरोप लगाया। एलएंडटी के मैनेजर(आईआर) एस.के.ठाकुर ने उक्त आरोपों से इंकार करते हुए मृतक धीरेन्द्र द्वारा सोमवार को प्लांट में लगी अटेंडेंस मशीन में तोडफ़ोड़ किए जाने और आए दिन काम से गायब रहने की बात कही है। एनकेजे के एएसआई दिनेश करोसिया के अनुसार मर्ग प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है, जिसमें सभी तथ्यों व आरोपों की जांच की जाएगी।

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