कोरिया : अंत्यावसायी सहकारी समिति की पैसेंजर व्हीकल योजना में मिले ऋण ने बदली रमेश की जिंदगी

कोरिया : अंत्यावसायी सहकारी समिति की पैसेंजर व्हीकल योजना में मिले ऋण ने बदली रमेश की जिंदगी

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-12-24 08:55 GMT
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डिजिटल डेस्क, कोरिया। ऋण से खरीदा ऑटो रिक्शा चलाकर परिवार के पालन-पोषण में हुए सक्षम कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखण्ड के ग्राम चम्पाझर के रहने वाले श्री रमेश कुमार परिवार के भरण-पोषण के लिए चिंतित थे। वे अपने परिवार की खुशी और भरण-पोषण के लिए काम शुरू करना चाहते थे पर कोई रास्ता नहीं मिल रहा था। तब रमेश को समाचार पत्रों के माध्यम से जिला अंत्यावसायी सहकारी समिति द्वारा रोजगार हेतु ऋण दिए जाने की जानकारी मिली। उन्होंने तुरंत कार्यालय में संपर्क किया तथा ऋण आवेदन कार्यालय में जमा किया। रमेश के इरादों ने उसका साथ दिया और चयन समिति की बैठक में वह चयनित हो गया। रमेश कुमार राज्य शासन एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि वे और उनका परिवार बेहद खुश हैं। अपनी कहानी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि अनुसूचित जनजाति पैसेंजर व्हीकल योजना में इकाई लागत 5.23 लाख रू. स्वीकृत हुए थे। ऋण मिलने के बाद उन्होने पैसेंजर व्हीकल योजना में आटो रिक्शा वाहन लेकर सवारी लाने-ले जाने का काम शुरू किया है। ऑटो रिक्शा चलाने का काम अच्छा चल रहा है जिससे कमाई भी अच्छी हो रही है। उन्हें इस व्यवसाय से लगभग 17000 रू. की आय हो रही है जिससे वह अपने परिवार का पालन-पोषण, का खर्च सुचारू रूप से कर रहे है और नियमित किश्त भी वे कार्यालय में जमा कर रहे है।

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