जंगल से भटककर गांव में घुसे तेंदुए ने मचाया आतंक, हमले में टीआई सहित तीन जख्मी

जंगल से भटककर गांव में घुसे तेंदुए ने मचाया आतंक, हमले में टीआई सहित तीन जख्मी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-07 16:47 GMT
जंगल से भटककर गांव में घुसे तेंदुए ने मचाया आतंक, हमले में टीआई सहित तीन जख्मी

डिजिटल डेस्क, रीवा। जंगल से भटकर गांव रौरा में घुसे तेंदुए ने जमकर आतंक मचाया। थाना प्रभारी सहित तीन लोगों पर हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया। मौके पर पहुंचे वन विभाग एवं मुकुंदपुर चिड़ियाघर की टीम को तेंदुआ पर काबू पाने 6 घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान पूरा गांव  दहशत में रहा। शाम 6 बजे ट्रंकुलाइजर से बेहोश कर तेंदुए को मुकुंदपुर जू ले जाया गया।

अलग-अलग स्थानों पर जाकर किया लोगों पर हमला
बैकुंठपुर थाना अन्तर्गत फूल गांव से सटा रौरा क्योटी जंगल से लगा हुआ है। जिससे माना जा रहा है कि तेंदुआ क्योटी जंगल से ही भटककर गांव में आया था। सुबह लगभग 7 बजे अखिलेश पुत्र उग्रसेन पटेल 32 वर्ष शौच के लिए गांव के किनारे गया था। तभी तेंदुआ ने उस पर हमला कर दिया। अखिलेश पर हमला करने के बाद तेंदुआ गांव की ओर आया और  अपने घर के बाहर खड़े धीरेन्द्र पुत्र अशोक रावत 18 वर्ष पर भी पीछे से झपट्टा मार दिया। इस दौरान ग्रामीणों के दौडऩे पर तेंदुआ समीप के एक अरहर के खेत में जाकर छिप गया।  
दो लोगों पर हमला करने की जानकारी मिलते ही गांव में दहशत फैल गई। गांव के लोग एक साथ लाठी और अन्य औजार लेकर तेंदुआ की तलाश करने लगे। जानकारी मिलने पर वन विभाग, पुलिस महकमा, राजस्व अधिकारी सहित मुकुंदपुर चिड़ियाघर का स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया।

टीआई पर हमला कर पेड़ पर चढ़ा तेंदुआ
गांव में तेंदुआ द्वारा हमला किये जाने की सूचना मिलते ही बैकुंठपुर थाना प्रभारी मंगल सिंह मौके पर पहुंचे। श्री सिंह जब यहां आये तब तेंदुआ खेत में ही था, जिस पर उन्होंने तेंदुआ को भगाने हवाई फायर कर दिया। इसी दौरान तेंदुआ ने थाना प्रभारी पर छलांग लगा दी। सामने से अचानक तेंदुआ के हमले से मंगल सिंह घबड़ा गए। हालांकि उन्होंने तेंदुआ का मुकाबला करने की कोशिश की, लेकिन इसके पहले ही तेंदुआ उनके चेहरे, गले और हाथ में पंजा मार चुका था। थाना प्रभारी पर हमला करने के बाद तेंदुआ समीप के एक पेड़ में चढ़ गया।

तेंदुए को पकडऩे चला रेस्क्यू
मुकुंदपुर जू की रेस्क्यू टीम ने तेंदुआ को ट्रंकुलाइज करने की पूरी तैयारी कर ली, लेकिन तेंदुआ नहीं मिला। दरअसल थाना प्रभारी पर हमला करने के बाद समीप में ही स्थित बुटउआ पटेल के घर के सार के कोने में छिप गया था। घर के चारों ओर तलाशी लेने पर वह नहीं मिला। जिस पर रेस्क्यू टीम और पुलिस ने गाय की सार में होल कर तेंदुआ की तलाश की। बताया गया है कि इस दौरान कुछ लोग सार की छत में चढ़े और खपरैल व टीना हटाकर तेंदुआ को नीचे छिपे हुए देखा। कुल मिलाकर तेंदुआ की लोकेशन लेने सात सदस्यीय रेस्क्यू टीम को चार घंटे से भी ज्यादा समय लगा।

ट्रंकलाइज कर किया बेहोश
गाय के सार में छिपे तेंदुआ को ट्रंकलाइज कर बेहोश किया गया। दीवार में होल कर गन से उसे ट्रंकलाइज किया गया। इस दौरान तेंदुआ के भागने के रास्ते को पूरी तरह बंद कर दिया गया। बेहोश होने के बाद शाम साढ़े 6 बजे के आसपास तेंदुआ को मुकुंदपुर चिड़ियाघर ले जाया गया।

दहशत में रहे ग्रामीण
तेंदुआ के गांव में आने और उसे बेहोश करने के दौरान 10 घंटे तक ग्रामीण दहशत में रहे। कई घरों में लोगों ने अपने को बंद कर लिया। जबकि कई लोग पुलिस एवं वन महकमे के साथ तेंदुआ की तलाश में  उनके साथ रहे। इस दौरान लोगों ने मवेशियों को घर के अंदर कर दिया।

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