वर्धा में एक पशु की मृत्यु, लम्पी की चपेट में यवतमाल में 116

खतरे में पशुधन वर्धा में एक पशु की मृत्यु, लम्पी की चपेट में यवतमाल में 116

Tejinder Singh
Update: 2022-09-22 14:13 GMT
वर्धा में एक पशु की मृत्यु, लम्पी की चपेट में यवतमाल में 116

डिजिटल डेस्क, वर्धा/यवतमाल. पशुओं में तेजी से फैलनेवाली लम्पी नामक बीमारी ने वर्धा और यवतमाल जिले में पैर पसार लिए हैं। वर्धा जिले में एक पशु की लम्पी के कारण मौत होने की खबर है जबकि यवतमाल जिले की दस तहसीलाें में 116 पशु लम्पी की चपेट में पाए गए। संबंधित जिला प्रशासन पशुओं की बीमारी का उपचार करने में जुट गया है। 

जिला प्रतिनिधि। वर्धा. जिले में सात जानवरों पर लम्पी सदृष्य बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। इसमें से एक जानवर की मौत हो गई।  बीमारी नियंत्रित करने के लिए लक्षण पाए गए गांव के साथ ही अन्य परिसर बाधित क्षेत्र घोषित किया गया हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी राहुल कर्डिले ने आदेश जारी किए हैं।
आर्वी शहर व तहसील के हिवरा (तांडा), सावलपुर, आष्टी तहसील के वडाला गांव में लंम्पी सदृष्य बीमारी के लक्षण जानवरों में पाये जाने से  इन गांवों को प्रतिबंधित कर दिया गया। हिवरा तांडा गांव परिसर के 5 किलोमीटर के दायरे में आनेवाले हर्रासी, पाचोड, बेल्हारा (तांडा), हिवरा, जामखुटा, राजणी आदि गांव प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। आर्वी शहर से 5 किलोमीटर दूर परिसर के खडकी, शिरपुर, पिंपला (पू), वाढोणा (पू), मांडला, धनोडी (नांदपुर), सावलापुर परिसर के अंतरडोह, जाम (पू), जाम, लहादेवी, पांजरा, हरदोली, बाजारवाडा के साथ ही आष्टी तहसील के वडाला गांव परिसर के बोरगाव, टूमणी, झाडगांव, वर्धपुर, सत्तरपुर गांव को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है। बाधित पशुओं के साथ अन्य मवेशियों का तत्काल टीकाकरण करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए हैं। 

दोनों तहसील के संबंधित गांव के जानवरों को अन्य गांव में लेकर जाना मनाही है। उन्हंे क्वारेंटाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। जानवरों के चारा व पानी की व्यवस्था ग्राम पंचायत, नगर पंचायत को करने के निर्देश दिए गये हैं। बाधित जानवरों के संपर्क में आई घास, अन्य सामग्री, प्राणियों के शव, चमड़ा अन्यत्र लेकर जाना मना हैं।

प्रतिबंधात्मक उपाय कर रहे हैं : जानवरों में लम्पी की बीमारी राेकने के लिए  प्रतिबंधात्मक उपाययोजना की जा रही है। उपाययोजना का हनन तथा सुसंगत कृति न करनेवालों पशुपालक व्यक्ति व संस्था पर मामले दर्ज किए जाएंगे। इसके संबंध में कारवाई करने के निर्देश नगर पंचायत व ग्राम पंचायत को दिए गए हैं। इसके अलावा बाधित गांव के साथ परिसर के क्षेत्र के गांव में टीकाकरण किया जा रहा है। इधर पहले ही भारी बारिश से संकट में आए किसानों के समक्ष लम्पी बीमारी ने चिंता और बढ़ा दी है। 

पशुपालकों के साथ की चर्चा

उधर वर्धा जिले के आर्वी, आष्टी तहसील के कुछ हिस्सों के जानवरों में लम्पी सदृष्य लक्षण पाए गए हंै। इन गांवों का जिलाधिकारी राहुल कर्डिले ने बुधवार को प्रत्यक्ष जाकर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पशुपालकों के साथ चर्चा की और इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतने के निर्देश दिए। इस समय जिलाधिकारी सहित मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सचिन ओम्बासे, उपविभागीय अधिकारी हरीष धार्मिक, तहसीलदार उमेश चव्हाण, पशुसंवर्धन विभाग के अधिकारी वासनिक, बोरकर व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। किजले में आर्वी शहर व तहसील के हिवरा (तांडा), सावलापुर, आष्टी तहसील के वडाला इन गांवों में लम्पी सदृष्य रोग के लक्षण रहे जानवर पाए गए हैं। इस कारण यह गांव संक्रमित क्षेत्र घोषित किए गए हैं। जिलाधिकारी ने आर्वी तहसील के सावलापुर गांव को भेंट दी। उन्होंने संक्रमित जानवरों का निरीक्षण किया तथा पशुपालकों के साथ र्चा की। इसी तहसील के हिवरा (तांडा) व आर्वी शहर के सारंगपुरी में भी भेंट देकर निरीक्षण किया व परिस्थिति को समझा। इस के बाद पशुसंवर्धन विभाग के पथक ने आष्टी तहसील के संक्रमित गावों को भेंट दी। लम्पी का प्रकोप नही बढे, इस के लिए प्रशसन ने उपाययोजा जारी किए है। इन सुचनाओं का पालन करने के साथ पशुसंवर्धन विभाग ने अधिक सावधान रहकर इस परिस्थिति में काम करने के निर्देश जिलाधिकरी ने भेंट के दैरान पशुसंवर्धन विभाग के अधिकारियों को दिए।
 

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