सैकड़ों रेल यात्रियों के लिए मसीहा बना ग्रामीण युवक, फ्रैक्चर ट्रेक पर दौड़ रही थी ट्रेन
सैकड़ों रेल यात्रियों के लिए मसीहा बना ग्रामीण युवक, फ्रैक्चर ट्रेक पर दौड़ रही थी ट्रेन
डिजिटल डेस्क, कटनी। हजारों रेल यात्रियों के लिए एक ग्रामीण उस समय मसीहा बन गया, जब रेल की पांतों में फ्रैक्चर देखकर उसने अपने बेटे की लाल स्वेटर को खतरे की झंडी बनाकर ट्रेन रोकने का इशारा किया। यह घटना किसी फित्मी कहानी से कम नहीं थी किंतु है एकदम सच। इस संबंध में बताया गया है कि हावड़ा से जबलपुर तक चलने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस उस समय दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई, जब ट्रेन पूरी स्पीड से दौड़ रही थी और आगे रेल ट्रेक में फ्रैक्चर था। एक ग्रामीण युवक ने ट्रेक में फ्रैक्चर देखकर बच्चे की लाल स्वेटर उतार कर लहराई। जिससे ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया। घटना सिंगरौली-कटनी रेल खंड के सलैया स्टेशन के पास की है।
कटनी आ रहा था राकेश
रेलवे के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह करीब दस बजे ग्राम सलैया निवासी एक युवक राकेश कुमार रेल की पटरी के किनारे चलकर कटनी की ओर आ रहा था। तभी उसने पटरी पर फ्रैक्चर देखा। राकेश ने देखा कि सामने से शक्तिपुंज एक्सप्रेस धड़धड़ाते चली आ रही है। ट्रेन के डिरेल होने की स्थिति में क्या हो सकता था इसकी कल्पना मात्र से ही युवक के रोंगटे खड़े हो गए और उसने बिना देर किए अपने बच्चे की लाल स्वेटर उतारी और ड्राइवर को ट्रेन रोकने का संकेत दिया।
ड्रायवर ने भांपा खतरा
ड्राइवर ने खतरा भांपते हुए ट्रेन रोक दी। ट्रेन के ड्राइवर व अन्य स्टाफ ने रेल लाइन में फ्रैक्चर की सूचना रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों को दी। रेल फ्रैक्चर ठीक करने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगा और तब तक ट्रेन सलैया में खड़ी रही। ट्रेन में काफी यात्री थे। यदि ग्रामीण युवक ने सूझबूझ का परिचय नहीं दिया होता तो मंगलवार को बड़ा हादसा हो सकता था। इस घटना ने रेलवे के मैदानी स्टाफ की लापरवाही को भी उजागर किया है। ठंड के दौरान रेल फ्रैक्चर की घटनाएं बढ़ जाती हैं और ट्रेक की निगरानी के लिए गैंगमैन की ड्यूटी लगाई जाती है।