44 हजार  किसानों के सम्मान निधि फार्म निरस्त, गलतियां सुधारने के निर्देश

44 हजार  किसानों के सम्मान निधि फार्म निरस्त, गलतियां सुधारने के निर्देश

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-03 09:25 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, दमोह। जिले के किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि देने के लिए भरे गए फार्म तहसीलदारों की गलती से रिजेक्ट हो गए हैं। जिले के 44291 फार्म में गड़बड़ी सामने आने के पश्चात समूचे प्रदेश की भांति दमोह कलेक्टर को भी राज्य शासन ने जल्द से जल्द इसमें सुधार कराने के लिए कहां है ।ताकि भारत सरकार को इसकी जानकारी भेजी जा सके। आयुक्त भू अभिलेख ग्वालियर द्वारा 51 जिलों के कलेक्टरों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जो पीएम किसान सम्मान पोर्टल तैयार किया गया है उसमें मध्य प्रदेश के किसानों के बारे में फीड की गई डिटेल में भारी गड़बड़ी है। इस कारण केंद्र सरकार द्वारा संचालित इस पोर्टल ने प्रदेश के 7 लाख 70 हजार किसानों का  डाटा निरस्त कर दिया है जिसमें दमोह जिले के 44291 किसान शामिल हैं ।इस कारण इन किसानों को गड़बड़ी में सुधार होने तक किसान सम्मान निधि की राशि नहीं मिल सकेगी।

पत्र में कलेक्टर से कहा गया है कि यह गलती तहसीलदारों के स्तर पर हुई है इसलिए तहसीलदार इससे लॉगिन आईडी के माध्यम से दुरस्त कराने का कार्य करें ।फार्म रिजेक्ट करने की तीन वजह बताई गई हैं पहली किसान का नाम, दूसरी बैंक  का आईएफसी कोड ,तीसरा बैंक खाता नंबर जिसे ठीक करना होगा ।

प्रदेश में सबसे अधिक गड़बड़ी दमोह में 

प्रधानमंत्री सम्मान निधि फार्म में गड़बड़ी तो समूचे प्रदेश में हुई है लेकिन प्रदेश में सबसे अधिक गड़बड़ी दमोह जिले में हुई है। 51 जिलों की जारी सूची में दमोह जिले का नाम सबसे अधिक गलती वालों में शामिल है प्रदेश के 51 जिलों में दमोह जिले में 40291, सिवनी में 36645, सागर में 31832, छिंदवाड़ा में 31778, खरगोन में 31336, शिवपुरी में 26598 विदिशा में 25509, जबलपुर में 24608, उज्जैन में 24598 ,सीहोर में 23756 ,बड़वानी में 20556, होशंगाबाद में 20356 ,किसानों के फार्म निरस्त किए गए हैं ।

आज भी अनेक किसान भटक रहे नाम दर्ज कराने

प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना में जिस प्रकार से पटवारियों द्वारा मनमानी की गई है ।उसका खामियाजा किसान उठा रहा है अनेक किसान आज भी समग्र आईडी लिए पटवारियों के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन इस योजना के प्रारंभ होने से ही पटवारियों द्वारा अपनी मनमानी की गई और किसान लगातार ही उनके चक्कर काटता रहा। सबसे अधिक परेशान नवनियुक्त पटवारियों द्वारा किया गया क्योंकि उनके द्वारा ना तो अपने हल्का पर मुख्यालय बनाया गया है और ना ही उनके मिलने का कोई नियत स्थान है ।वहीं दूसरी ओर पुराने पटवारियों द्वारा किसानों को इस बात की जानकारी ही नहीं दी गई और उन्हें दुत्कार कर भगा दिया गया।

इनका कहना है 

पीएम किसान सम्मान निधि योजना में  फार्म में जो गड़बडिय़ां हुई हैं जिस कारण से उन्हें रिजेक्ट किया गया है ।उन्हें तत्काल ही सुधारने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए गए हैं ।
तरुण राठी कलेक्टर दमोह
 

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