अनुमति  सिर्फ 1749  की, खनन कर लिया 8 हजार टन का 

अनुमति  सिर्फ 1749  की, खनन कर लिया 8 हजार टन का 

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-12 09:30 GMT
अनुमति  सिर्फ 1749  की, खनन कर लिया 8 हजार टन का 

डिजिटल डेस्क कटनी। जिले में विजयराघवगढ़ तहसील के ग्राम धौरा में सचिन गुप्ता को राज्य पर्यावरण विभाग द्वारा 1749 टन के लेटराइट खनन की अनुमति दी गई थी। लेकिन इसकी आड़ में लगभग 8 हजार टन का अवैध खनन करके मैहर सीमेंट को सप्लाई कर दी गई। सबसे अहम बात तो यह है कि इस अवैध खनन को खनिज विभाग द्वारा टीपी कैसे जारी कर दिए इस सवाल का जबाव किसी अधिकारी के पास नहीं है। इस मामले की शिकायत होने के बाद खनिज विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। सरकारी संरक्षण में खनिज संपदा की किस तरह लूट मची हुई है इसका ताजा उदाहरण सामने आया है। 

क्या है मामला
संतनगर कटनी निवासी सचिन गुप्ता को स्टेट इनवायरमेंट इंपेक्ट एसेसमेंट अर्थारिटी द्वारा 27 अप्रैल 2016 को ओपन काष्ट  मेनुअल मैथड से 5 हेक्टेयर भूखंड पर 1 हजार 749 टन लेटराइट खनन की अनुमति प्रदान की गई थी। सचिन गुप्ता द्वारा इस अनुमति की आड़ में 8 हजार टन लेटराइट का खनन कर निशांत इंटरप्राइजेज को बेच दिया गया। इस लेटराइट को निशांत इंटरप्राइजेज द्वारा मैहर सीमेंट को सप्लाई किया गया। मामले का खुलासा तब हुआ जब निशांत इंटरप्राइजेज द्वारा उपसंचालक को पत्र लिखकर यह जानकारी दी गई कि उसने सचिन लाइम इंडस्ट्रीज के मालिक सचिन गुप्ता से 8 हजार टन लेटराइट लेकर मैहर सीमेंट में सप्लाई किया है। 

सीमेंट प्लांट ने रोका भुगतान
सचिन लाइम इंडस्ट्रीज से लेटराइट लेकर मैहर सीमेंट को सप्लाई करने वाले निशांत इंटरप्राइजेज द्वारा सप्लाई की गई 8 हजार टन लेटराइट का भुगतान जब सीमेंट प्लांट के प्रबंधन द्वारा यह कहकर रोक दिया गया कि रॉयल्टी के चालान पेश नहीं किए गए हैं। इसलिए भुगतान रोका जाता है। इसके बाद निशांत इंटरप्राइजेज द्वारा रॉयल्टी पैड के कागजात उपलब्ध कराने उपसंचालक खनिज विभाग को पत्र लिखा गया है। लेटराइट की सप्लाई 19 नवंबर 2016 से 28 जनवरी 2017 तक मैहर सीमेंट को की गई है। यह लेटराइट लगभग 50 लाख रूपए में बाजार दर पर मैहर सीमेंट को बेचा गया है।

 

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