तीन तलाक बिल वापस लेने की मांग, 20 को रैली
तीन तलाक बिल वापस लेने की मांग, 20 को रैली
डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्र सरकार के 3 तलाक बिल का मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने विरोध किया है। इसे लेकर 20 मार्च को मुस्लिम महिलाओं की रैली का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी बोर्ड के सदस्य हाजी अब्दुल वहाब पारेख ने शुक्रवार को पत्र परिषद में दी।पारेख ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ समस्याओं का समाधान है। इसमें पति-पत्नी के रिश्तों में खटास आने पर जब सुलह की उम्मीद खत्म हो जाती है, तब 3 तलाक का रास्ता अपनाने की व्यवस्था है। पति-पत्नी के बीच रिश्ता खत्म करने का केवल पति को ही अधिकार नहीं है। खुला नामा का प्रावधान पत्नी के लिए भी है। पत्नी भी चाहे तो पति से अलग होने का फैसला कर सकती है, परंतु केंद्र सरकार ने नया कानून बनाया है, इसमें पत्नी के अधिकार को नजरअंदाज किया गया है।
रैली निकालकर करेंगे प्रदर्शन
3 तलाक देने पर पति को 3 साल की कैद का प्रावधान किया गया है। मुस्लिम महिलाओं की हमदर्दी जताकर उन्हें सहारा देने के नाम पर बेसहारा किया गया है। सरकार के इस निर्णय का मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तीव्र विरोध किया है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की महिला शाखा द्वारा देशभर में रैलियां निकालकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। नागपुर में 20 मार्च को दोपहर 2 बजे, कस्तूरचंद पार्क से संविधान चौक तक रैली निकाली जाएगी। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सदस्य प्रो. मोनिशा बुशरा आबिदी (मुंबई), आलेमा अरजूमंद, उजमा पारेख तथा अलिया बाजी (मालेगांव) रैली का नेतृत्व करेंगी। संविधान चौक में प्रदर्शन पश्चात 3 तलाक बिल वापस लेने की मांग का जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा। मुस्लिम समुदाय के सभी पंथ अहले सुन्नतवल जमाअत, तबलीगी जमाअत, अमाते इस्लामी, जमीअत अहले हदीस, शिया असना असरी आदि का रैली को समर्थन मिलने का पत्र परिषद में दावा किया गया। पत्र परिषद में मुफ्ती आमीर मालेगांव, मौलाना अब्दुल रशीद खान, मौलाना सैयद आलमगीर अशरफ, मौलाना अलीमुर्ररहमान आदि उपस्थित थे