लापरवाही: महिला का सड़क पर प्रसव, शिशु की मौत

लापरवाही: महिला का सड़क पर प्रसव, शिशु की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-19 16:55 GMT
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डिजिटल डेस्क कटनी। जननी सुरक्षा के नाम पर सरकार द्वारा भले ही योजनाएं संचालित की जा रही हों लेकिन जिम्मेदार अमले के कारण जननियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं। इसकी बानगी विजयराघवगढ़ के मुख्य मार्ग में देखने को मिली जब प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला ने सड़क पर ही शिशु को जन्म दे दिया। सड़क पर हुए प्रसव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विजयराघवगढ़ में बरती गई बड़ी लापरवाही उजागर कर दी। बिना डिस्चार्ज हुए गर्भवती महिला अस्पताल से निकल गई और अंतत: सड़क पर उसका प्रसव हो गया। महिला की जान तो बच गई लेकिन नवजात दुनिया में आते ही हमेशा के लिए विदा हो गया।
किसी को नहीं लगी भनक-
जानकारी अनुसार ग्राम बड़ारी निवासी राजबाई पति रमेश कोल 18 सितंबर को साढ़े तीन बजे विजयराघवगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हुई थी। दूसरे दिन भी प्रसव न होने से परेशान महिला अपने पति के साथ अस्पताल से निकल गई और महिला चिकित्सक के निजी क्लीनिक में दिखाने का निर्णय लिया। इसी दौरान दोपहर में करीब 12 बजे निजी क्लीनिक जाते समय महिला को पीड़ा हुई तो बाइक रुकवाकर सड़क पर छटपटाने लगी और कुछ ही देर में महिला का सड़क पर ही प्रसव हो गया। पति ने फोन करके आशा कार्यकर्ताओं को बुलाया। वहीं स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में साड़ी को घेरा बनाकर पर्दा किया तब आशा कार्यकर्ताओं ने बाकी का काम पूरा किया। इस घटना से अस्पताल की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है।
अस्पताल पहुंचने से पूर्व नवजात की मौत-
जानकारी के अनुसार प्रसव के बाद महिला के पति ने108 एंबुलेंस को कॉल
किया। लगभग आधे घंटे बाद पहुंची एम्बुलेंस से जच्चा-बच्चा को सामुदायिक
स्वास्थ्य केन्द्र विजयराघवगढ़ पहुंचाया गया। अस्पताल में चिकित्सक ने
नवजात को मृत घोषित कर दिया।
सुरक्षा और व्यवस्था की खुली कलई-
इस मामले में स्वास्थ्य अमले ने महज पल्ला झाडऩे में भूमिका निभाई। बीएमओ डॉ. विनोद कुमार ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी दी है कि उनकी गैर मौजूदगी में महिला बिना किसी को बताए अस्पताल से निकल गई। जब महिला पति के साथ बाहर निकली उस दौरान स्टॉफ इंचार्ज रत्ना ठाकुर, डिलेवरी वार्ड प्रभारी मैना कोरी, ओटी प्रभारी नीलिमा चाल्र्स, स्टॉफ नर्स उमा बरकड़े के अलावा गार्ड भी मौजूद थे। इतना अमला उपस्थित रहने के बाद भी लापरवाही बरती गई और चिकित्सकों को अवगत नहीं कराया गया।
इनका कहना है-
महिला अस्पताल में भर्ती हुई थी लेकिन बिना बताए स्वेच्छा से निजी क्लीनिक में दिखाने के लिए चली गई थी। उसने यह बात लिखित में दिया है। नवजात की मौके पर ही मौत हो गई थी, महिला अस्पताल में भर्ती है।
 -डॉ. विनोद कुमार, बीएमओ

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