इतवारी स्टेशन पर एप बेस टैक्सियों की नो एंट्री, दही पुलिया तक पैदल जाने की मजबूरी

इतवारी स्टेशन पर एप बेस टैक्सियों की नो एंट्री, दही पुलिया तक पैदल जाने की मजबूरी

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-17 12:24 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  इतवारी रेलवे स्टेशन पर एप बेस टैक्सी के लिए यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। यहां ऑटोवालों के डर से वह स्टेशन तक नहीं आते हैं। ऐसे में यात्रियों को एक तो दही पुलिया पर जाकर टैक्सी बुक करना पड़ता है, या फिर मनमाना किराया देकर ऑटो से जाना पड़ता है। याद रहे नागपुर रेलवे स्टेशन पर भी इसी तरह कुछ महीने पहले तक एप बेस टैक्सियों को आने से मना किया जाता था। जिसे लेकर कई बार यहां टैक्सियों की तोड़-फोड़ भी हुई । लेकिन इसके बाद मध्य रेलवे नागपुर मंडल ने यहां अधिकृत तौर पर टैक्सियों के लिए एक जगह उपलब्ध कराई  गई है। इसी तरह इतवारी रेलवे स्टेशन पर भी एप बेस टैक्सियों को जगह उपलब्ध कराने की उम्मीद यात्री कर रहे हैं।

नागपुर शहर में नागपुर, अजनी के साथ इतवारी रेलवे स्टेशन भी यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यहां रोजाना 5 हजार से ज्यादा यात्री विभिन्न दिशाओँ से आवागमन करते हैं। मुख्य गाड़ियों में यहां पैसेंजर गाड़ियों के अलावा इंटरसीटी व शिवनाथ एक्सप्रेस शामिल है। जो यहीं से शुरू व खत्म होती है। ऐसे में यहां आनेवाले यात्रियों की संख्या दिन ब दिन बढ़ रही है। लेकिन शहर के किसी भी कोने से यहां तक एप बेस टैक्सी से आ तो सकते हैं। लेकिन जा नहीं सकते हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ ऑटो चालक इन टैक्सियों को स्टेशन परिसर में नहीं आने देते हैं। ऐसे में यात्रियों को यदि टैक्सी की जरूरत पड़ती है, तो उन्हें दही पुलिया तक पैदल निकलना पड़ता है। ऐसे में लगेज लेकर रहनेवाले यात्री ऑटो को ही प्राथमिकता देते हैं। जिसका कुछ ऑटो चालक फायदा उठाते हैं व मनमाने तरीके से किराया वसूल करते हैं। इतवारी से बर्डी तक आने का ही 250 रुपये तक किराया लेते हैं। एक एप बेस टैक्सी चालक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि, कुछ ऑटो चालक परिसर तक टैक्सी लाने पर विवाद करने लगते हैं। जिससे यहां टैक्सी नहीं लेकर जाते हैं।

अब नागपुर स्टेशन पर आसानी से मिल जाती है टैक्सियां
कुछ समय पहले तक नागपुर रेलवे स्टेशन पर भी ठीक इसी तरह कुछ ऑटोचालकों की मनमानी चल रही थी। जिससे यात्रियों को जयस्तंभ चौक के पार जाकर टैक्सी की सर्विस मिलती थी। इसे लेकर कई बार ध्यानाकर्षित किया गया। जिसके बाद वर्तमान स्थिति में यहां 2 से 3 टैक्सियां हमेशा खड़ी रहती है।

Tags:    

Similar News