नोटबंदी के दौरान करोड़ों रूपए जमा करने वालों को आयकर विभाग का नोटिस

नोटबंदी के दौरान करोड़ों रूपए जमा करने वालों को आयकर विभाग का नोटिस

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-28 07:28 GMT
नोटबंदी के दौरान करोड़ों रूपए जमा करने वालों को आयकर विभाग का नोटिस

डिजिटल डेस्क बालाघाट। नोटबंदी के दौरान जिन लोगों ने भारी मात्रा में एक हजार एवं पांच सौ के नोट बैंक में जमा कि थे या बदली किए थे उन्हें आयकर विभाग व्दारा नोटिस सर्व किए गए हैं । बालाघाट में ऐसे लागों  की संख्या सौ से भी ज्यादा है जिन्होंने एक करोड़ से भी ज्यादा रूपये बैंक में जमा किए थे । बालाघाट में आयकर विभाग बालाघाट कार्यालय के तहत एक करोड़ रूपये तक की सीमा में आने वाले 100 व्यापारियों एवं आयकरदाताओं को नोटिस भेजकर उनकी आय का स्त्रोत मांगा गया है। यही नहीं बल्कि इसके अलावा एक करोड़ से ऊपर तक की आय सीमा में आने वाले व्यापारियों और आयकरदाताओं को भोपाल एवं जबलपुर से भी नोटिस भेजे गये है। बताया जाता है कि लगभग जिले के दो सैकड़ा से ज्यादा आयकरदाताओं को नोटिस भेजकर नोटबंदी के बाद से फरवरी तक जमा किये गये रकम के आय के स्त्रोत की जानकारी आयकर विभाग द्वारा मांगी गई है। हालांकि इसका जवाब देने के लिए आयकरदाताओं के पास पर्याप्त समय है किन्तु यदि इस समय-सीमा में आयकरदाताओं द्वारा इसका संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है तो अघोषित आय को लेकर आयकर कानूनों के तहत ऐसे आयकरदाताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की ता सकती है ।
 8 नवंबर की रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्र को संबोधित करते हुए 500 और एक हजार रूपये के नोटो को बंद किये जाने की घोषणा की गई थी। नोटबंदी के प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा के बाद देश में भूचाल आ गया था। हर कोई नोटबंदी के प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा से सकते में था। जिसके बाद एकाएक बैंको में भीड़ लगने लगी थी। हालांकि नोटबंदी के बाद बंद किये गये नोटो को जमा करने के लिए सरकार द्वारा समय-सीमा तय की गई थी। जिसके बाद लोगों ने जमकर रूपया जमा कराया।
    जिसकी जांच के बाद आयकर विभाग ने नोटबंदी के बाद काले धन का पता लगाने के लिए क्लीन मनी अभियान का दूसरा चरण शुरू कर दिया है। एक जानकारी को अनुसार पूरे देश में नोटबंदी के बाद बैंको में जमा किये गये धन की जांच में आयकर विभाग को करोड़ो रूपये की अघोषित आय का पता चला है। जिसके चलते ऐसे आयकरदाता और व्यापारियों को आयकर विभाग ने नोटिस भेजकर उनके आय के स्त्रोत की जानकारी मांगी है।

 

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