अब RTO में होगा कंप्यूटराइज्ड फिटनेस जांच

अब RTO में होगा कंप्यूटराइज्ड फिटनेस जांच

Anita Peddulwar
Update: 2018-01-13 09:05 GMT
अब RTO में होगा कंप्यूटराइज्ड फिटनेस जांच

डिजिटल डेस्क,नागपुर।   मास्टर प्लान अंतर्गत RTO में नये काम होने वाले हैं, जिसमें ऑटोमैटिक वाहन निरीक्षण का समावेश भी होगा।  इसके अंतर्गत वाहनों की फिटनेस जांच कम्प्यूटराइज्ड तरीके से की जाने वाली है। इसके अलावा RTO  इमारत को भी बढ़ाया जाने वाला है, जिसमें सिम्यूलेटर के साथ 3 सौ से ज्यादा लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था कराई जाने वाली है। इस काम के लिए हाल ही में परिवहन मंत्रालय की ओर से 5 करोड़ की राशि मंजूर हुई है। 
14 लाख से ज्यादा वाहनों की जिम्मेदारी  
सिविल लाइंस स्थित आरटीओ को 14 लाख से ज्यादा वाहनों का जिम्मा दिया गया है। यहां लाइसेंस बनाने से लेकर गाड़ियों के दस्तावेजों का काम किया जाता है। नई गाड़ियों के साथ, समयावधि खत्म होने वाले वाहनों की फिटनेस जांच भी ट्रायल ट्रैक के समीप होती है। वर्तमान स्थिति में मैनुअली तरीके से इसकी जांच की जाती है। यहां लंबा ट्रायल ट्रैक नहीं रहने से कई वाहनों को ग्रामीण आरटीओ में भेजकर 256 मीटर ट्रैक पर दौड़ाया जाता है, जिससे कर्मचारियों के साथ अधिकारियों को भी भारी कवायद करनी पड़ती है, लेकिन जल्द ही यह स्थति पूरी तरह से बदलने वाली है। उपरोक्त कार्य के बाद यहां वाहनों को कम्प्यूटराइज्ड तरीके से जांचा जाएगा। यहीं पर गाड़ियों को खड़ा रख कर, निर्धारित रफ्तार पर दौड़ाकर, ब्रेक लगा कर वाहनों पर होने वाले परिणाम आदि की जांच संभव हो सकेगी। इससे जहां एक ओर वाहनधारकों को ग्रामीण आरटीओ में जाने से राहत मिलेगी, वहीं आरटीओ कर्मचारियों की मशक्कत भी कम हो जाएगी। 
बनेगा सिम्यूलेटर
वर्तमान स्थिति में कार चलाना सीखने के लिए लोगों को कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। कभी शहर के मैदान में अभ्यास करना पड़ता है, तो कभी सुबह खाली सड़कों पर गाड़ी चला कर आत्मविश्वास हासिल करना पड़ता है। यह कई बार हादसे का कारण बनता है, लेकिन जल्दी कार चलाने के अभ्यास के लिए एक नई जगह उपलब्ध होने वाली है। उक्त मास्टर प्लान में कार चालकों के लिए यहां सिम्यूलेटर भी बनेगा, जिसमें वह एक ही जगह पर कम्प्यूटराइज्ड तरीके से कार चलाने का अभ्यास कर सकते हैं। 
इमारत भी बढ़ाई जाएगी
इसी प्लान अंतर्गत आरटीओ की इमारत का कायाकल्प करने के आसार हैं, अधिकारियों की मानें तो परिवहन मंत्रालय के पास इस संबंध में प्रस्ताव भेजा गया है, जिसमें आरटीओ (शहर) की इमारत विस्तार करने का जिक्र है। इमारत को चार मंजिल तक बढ़ाकर यहां कॉन्फ्रेंसिंग हाल के साथ कई विकास कार्य किए जाएंगे। इसमें लिफ्ट लगाने की भी तैयारी है। 

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