सीएम की फटकार के बाद  दफ्तर से बाहर निकले अफसर

सीएम की फटकार के बाद  दफ्तर से बाहर निकले अफसर

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-18 09:19 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

कार्यवाही का सच- दो दिन में आठ दुकानों की जांच और अधिकारियों को नहीं मिली कमियां
डिजिटल डेस्क  कटनी ।
नशीली दवाओं का गढ़ बन चुके कटनी शहर में मुख्यमंत्री की सख्ती का असर दो दिन से दिखाई देना शुरु हुआ है। गुरुवार को माधवनगर क्षेत्र में दवा दुकानों की जांच करने औषधि विभाग के अधिकारी पहुंचे। शुक्रवार को झिंझरी की कई दवा दुकानों में दबिश दी। दो दिनों के अंतराल में आठ दुकानों की जांच की गई। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि शासन के द्वारा जो प्रमुख बिंदु निर्धारित किए गए थे। उसमें से महत्वपूर्ण बिंदुओं को दरकिनार करते हुए सिर्फ दवा का स्टॉक देखने में ही अधिकारियों का समय-बीता।  यहां पर फार्म नम्बर 3 डी (ऐसी दवा जिसे नारकोटिक्स  में प्रतिबंधित श्रेणी में रखा गया है) को पूरी तरह से नजर अंदाज कर दिया गया। संयुक्त जांच में ड्रग विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस के अधिकारी उपस्थित रहे।
माधवनगर और खिरहनी क्षेत्र में पहुंचे अधिकारी
माधवनगर क्षेत्र में चार दुकानों की जांच की गई। नीलू मेडिकल स्टोर्स बरगंवा, भभूति मेडिकल स्टोर्स माधवनगर, शारदा मेडिकल स्टोर्स मुख्य बाजार, ज्योति मेडिकल स्टोर्स माधवनगर और खिरहनी स्थित जनता मेडिकल, चित्रांश, प्रेम मेडिकल और अंशिका मेडिकल स्टोर्स में दबिश दी। जांच के दौरान अधिकारियों ने बताया कि दुकानों में स्टॉक चेक किया गया। यहां से दवाईयों के नमूने भी लिए गए। जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
इसलिए उठ रही ऊंगली
एक वर्ष के अंतराल में की विभाग द्वारा जो कार्यवाही की गई। उसमें अधिकारियों ने सिर्फ अपना नंबर बढ़ाने का काम किया। कोतवाली के समीप स्टेशनरी दुकान में दवाओं का जखीरा पुलिस ने पकड़ा था। ड्रग विभाग के अधिकारी नींद में सोए रहे। इसके बाद कटनी-उमरिया बार्डर में भी नशीली दवाईयों का खेप उमरिया पुलिस ने जब्त किया। पूछताछ में यह बात सामने आई कि उक्त दवाओं की सप्लाई माधवनगर एरिया से की गई थी। जिसमें उमरिया पुलिस
दवा विक्रेताओंको गिरफ्तार करते हुए कटनी से ले गई, फिर भी ड्रग विभाग पूरी तरह से अंजान बना रहा। जिला अस्पताल के सामने ही एक्सपायरी डेट में
चल रही दवा दुकान में विभाग के अधिकारियों की नजर तब पड़ी। जब इसकी शिकायत हुई।
इनका कहना है
शहर के आठ दवा दुकानों की जांच की गई है। यहां पर सभी तरह के प्रपत्र देखे गए। सैंपल लिया गया है। जिन्हें भोपाल भेजा जाएगा। लैब रिपोर्ट
मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
- स्वपनिल सिंह, ड्रग इंस्पेक्टर
 

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