सीआईएसएफ के जवान के साथ ऑनलाइन ठगी, सेना का बताकर दिया झांसा

सीआईएसएफ के जवान के साथ ऑनलाइन ठगी, सेना का बताकर दिया झांसा

Anita Peddulwar
Update: 2019-10-31 08:48 GMT
सीआईएसएफ के जवान के साथ ऑनलाइन ठगी, सेना का बताकर दिया झांसा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सीआईएसएफ के जवान को सेना का बताकर दो जवानों ने ओएलएक्स पर दोपहिया वाहन बेचने का झांसा देकर ठग लिया।  हुड़केश्वर थाने में सेना के नकली जवानों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।  वर्तमान में अयोध्या नगर, नागपुर निवासी नेपाल किशोर गभने मूलत: भंडारा जिले के दिघोरी (बड़ी) का निवासी है और सीआईएसएफ में कार्यरत है। वर्तमान में स्थानीय डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात है। नेपाल को दोपहिया वाहन खरीदना था। इसलिए उसके भाई ने ओएलएक्स पर पुराने दोपहिया वाहन की तलाश शुरू की। नेपाल भी ओएलएक्स पर वाहन की तलाश कर रहा था। 11 अप्रैल-2019 को नेपाल और उसके भाई को एक दोपहिया वाहन पसंद आ गया, जिसे वह खरीदना चाहते थे।

बताया जाता है कि वाहन के साथ ओएलएक्स पर दिए गए मोबाइल नंबर पर नेपाल ने संपर्क किया। पंकज अरुण मोरे और प्रवीण बाबाराव नलावड़े, दोनों नाशिक से उनकी बात हुई। उस वक्त पंकज और प्रवीण ने नेपाल को बताया की वह सेना में कार्यरत हैं। उनका तबादला जम्मू-कश्मीर होने से वह अपना दोपहिया वाहन क्र.-एम.एच.-14-एफ.वाई.-9433 बेचना चाहते हैं। इस औपचारिक बातचीत के बाद उनमें वाहन खरीदने का सौदा पक्का हो गया। 57 हजार रुपए में नेपाल को उक्त वाहन बेच दिया गया। उसी दिन नेपाल ने मोबाइल एप से रुपए पंकज के खाते में ट्रांसफर कर दिए। पंकज ने नेपाल को यह कहकर आश्वस्त किया कि, वाहन उसके पते पर रेलवे से भेज दिया है, जो अभी तक नेपाल को प्राप्त नहीं हुआ है। वाहन नहीं मिलने पर नेपाल ने पंकज और प्रवीण को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन पर प्रतिसाद देना बंद कर दिया। इस पर नेपाल को खुद के साथ धाेखाधड़ी होने की आशंका हुई। नेपाल ने संबंधित हुड़केश्वर थाने में इसकी शिकायत की। जांच के दौरान नेपाल के साथ धोखाधड़ी होने की पुष्टि होने पर मंगलवार को हुड़केश्वर थाने में पंकज और प्रवीण के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया। जांच जारी है। 

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