ऑक्सीजन पर्याप्त उपलब्ध होने के बाद ही संचारबंदी से मिले सकेगी छूट, दो दिनों में होगा परीक्षा पर फैसला

ऑक्सीजन पर्याप्त उपलब्ध होने के बाद ही संचारबंदी से मिले सकेगी छूट, दो दिनों में होगा परीक्षा पर फैसला

Tejinder Singh
Update: 2021-05-21 12:39 GMT
ऑक्सीजन पर्याप्त उपलब्ध होने के बाद ही संचारबंदी से मिले सकेगी छूट, दो दिनों में होगा परीक्षा पर फैसला

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के बाद ही संचारबंदी में शिथिलता देना शुरू करेगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसके संकेत दिए हैं। शुक्रवार को सिंधुदुर्ग में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की स्थिति के आकलन के बाद संचारबंदी में ढील देने के बारे में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले महीने की तुलना में कोरोना के मरीजों की संख्या कम नजर आ रही है। लेकिन ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है। कोरोना की दूसरी लहर में पहले 80 हजार मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही थी। अब 65 से 70 से हजार मरीजों को ऑक्सीजन लगाना पड़ रहा है। इसलिए प्रति दिन 3 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

राज्य में ऑक्सीजन उत्पादन के लिए नए प्लांट भी लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के 70 से 75 प्रतिशत मरीजों में लक्षण नजर नहीं आते हैं। इसके बावजूद अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ रहे हैं। यदि कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़ी तो क्या स्थिति होगी इस पर सभी लोगों को विचार करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस को अभी तक कोई समझ नहीं पाया है। कोरोना की दूसरी लहर अनुमान के मुकाबले कई गुना बड़ी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का टीका लगवाने के बाद भी मास्क लगाना अनिवार्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली थी। इसमें राज्य के कई जिलों में कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी बताई गई है। इसलिए यह पता लगाना आवश्यक है कि कोरोना के नए मरीजों की संख्या क्यों बढ़ रही है। नए म्यूटेंट का फैलाव भी रोकना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यभर में कोरोना से निपटने के लिए मुंबई मॉडल के तहत काम करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन राज्य के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत करने की जरूरत है। 

नहीं मिल रहा टीका 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जून महीने से कोरोना के टीके की उपलब्धता होगी। इसके बाद टीकाकरण को गति मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में 18 से 44 साल के नागरिकों के टीकाकरण के लिए 12 करोड़ टीका खरीदने के लिए सरकार तैयार है लेकिन फिलहाल टीके की उपलब्धता नहीं है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने कोरोना महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए 31 मई संचारबंदी लागू की है।

दो दिनों में होगा परीक्षा पर फैसला

राज्य में कक्षा 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा के आयोजन के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा हुई है। राज्य की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड से चर्चा के बाद अगले दो दिनों में परीक्षा पर फैसला ले लिया जाएगा। बाम्बे हाईकोर्ट ने राज्य बोर्ड की कक्षा 10 वीं की परीक्षा रद्द करने को लेकर सरकार को फटकार लगाई है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में दो पहलू हैं। कोरोना की तीसरी संभावित लहर मंा बच्चों को खतरा अधिक है। 
 

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