विदर्भ के 27 अस्पतालों में शुरू होगा आर्गन ट्रांसप्लांट सेंटर , नागपुर के 12 अस्पताल शामिल

विदर्भ के 27 अस्पतालों में शुरू होगा आर्गन ट्रांसप्लांट सेंटर , नागपुर के 12 अस्पताल शामिल

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-18 10:57 GMT
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डिजिटल डेस्क, नागपुर । राज्य में अंगदान और प्रत्योरापण को बढ़ावा देने विशेष योजना के  तहत नागपुर विभाग के 12 अस्पतालों का चयन ट्रांसप्लांट सेंटर के तौर पर विकसित करने के लिए किया गया है। इसके साथ ही विदर्भ के 27 अस्पतालों में नॉन ट्रांसप्लांट आर्गन रिट्रीवल सेंटर शुरू किए जाएंगे। इन 27 अस्पतालों में सरकारी और निजी अस्पताल शामिल हैं। जोनल को-आर्डिनेशन सेंटर नागपुर (जेडटीसीसी) के सचिव रवि वानेखेड़े के अनुसार विदर्भ में अब भी अंगदान और प्रत्यारोपण संबंधी गतिविधियां सीमित हैं।

अस्पतालों में अंगदान और प्रत्यारोपण के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया, केंद्रीय तंत्र और सूचना तंत्र की भी कमी है। इस स्थिति से निपटने के लिए जोनल को-आर्डिनेशन सेंटर नागपुर (जेडटीसीसी) की ओर से नागपुर के अस्पतालों के प्रतिनिधियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। नागपुर डेप्युटी डायरेक्टर ऑफ हेल्थ के निर्देशन में आयोजित कार्यशाला में नागपुर और अकोला स्थित अस्पतालों के प्रतिनिधि शामिल हुए। 

अंगदान के लिए पोर्टल
राज्य में अंगदान व प्रत्यारोपण के प्रति लोगों और अस्पतालों में जागरूकता बढ़ाने और प्रक्रिया को सहज बनाने के लिए राज्य सरकार ने महाअभ्युदान पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल पर अस्पताल अंगदान और अंगप्रतिरोण के लिए पंजीकरण करवा सकते हैं। 

174 अस्पतालों ने करवाया पंजीकरण
अगस्त में लांच हुए इस पोर्टल पर अब तक  174 अस्पतालों ने अंगप्रतिरोपण के लिए पंजीकरण करवाया है। 227 अस्पतालों ने टिश्यू और 64 ने आर्गन रिट्रीवल के लिए पंजीकरण करवाया है। इसकी मदद से डोनर और रिसीवर के बीच भी जल्द से जल्द समन्वय संभव है।  

पांच वर्ष में 148 अंग मिले
 वर्ष 2013 से 2018 तक नागपुर जोन से कुल 148 अंग प्राप्त किए गए। इनमें 95 किडनी, 40 लिवर, 12 हृदय, 2 जोड़े फेफड़े, 29 जोड़े कॉर्निया और 8 लोगों ने त्वचा दान की है।  -डॉ विभावरी दाणी, अध्यक्ष जेडटीसीसी, नागपुर

सभी का सहयोग अहम
अंगदान के लिए ग्रीन कॉरिडोर निर्माण में पुलिस, ट्रैफिक विभाग और एयरपोर्ट प्रबंधन का सहयोग काफी अहम है। बगैर इन विभागों के पूरे सहयोग के अंगदान को सफल बनाना असंभव है। -वीणा वाडोरे, ट्रांसप्लांट को-आर्डिनेटर 

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