नगर पालिका अध्यक्ष पर 39 पार्षदों में से 31 ने जताया अविश्वास -कांग्रेस पदाधिकारी पहुंचे कलेक्ट्रेट

नगर पालिका अध्यक्ष पर 39 पार्षदों में से 31 ने जताया अविश्वास -कांग्रेस पदाधिकारी पहुंचे कलेक्ट्रेट

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-26 09:12 GMT
नगर पालिका अध्यक्ष पर 39 पार्षदों में से 31 ने जताया अविश्वास -कांग्रेस पदाधिकारी पहुंचे कलेक्ट्रेट

डिजिटल डेस्क शहडोल ।नगर पालिका परिषद शहडोल की अध्यक्ष उर्मिला कटारे को हटाने के लिए कांग्रेस और भाजपा पार्षद एक हो गए हैं। शुक्रवार को परिषद के 39 में से 31 पार्षदों (तीन चौथाई से अधिक) ने नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 47 के तहत अध्यक्ष को वापस बुलाने का प्रस्ताव पारित करते हुए इस संबंध में शपथ पत्र कलेक्टर के समक्ष पेश कर दिया है। 
कार्यशैली नगर पालिका परिषद के हितों के विपरीत है
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत  सुबह करीब 9 बजे स्थानीय ग्रीन गार्डन में सत्ता पक्ष, विपक्ष और निर्दलीय की बैठक में हुई। इसमें अध्यक्ष को वापस बुलाने का प्रस्ताव पारित हुआ। पार्षदों की ओर से पारित किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला कटारे अपने कर्तव्यों के प्रति उदासीन एवं अक्षम हैं। वह जनहित के कार्यों की उपेक्षा करती हैं। उनकी कार्यशैली नगर पालिका परिषद के हितों के विपरीत है। ऐसे स्थिति में श्रीमती उर्मिला कटारे को अध्यक्ष पद से वापस बुलाए जाने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करते हैं। जिन 31 पार्षदों ने कलेक्टर को शपथ पत्र दिए हैं उनमें कांग्रेस के 13, भाजपा के 11 और सात निर्दलीय पार्षद शामिल हैं। शहडोल नपा में कुल 39 पार्षद हैं। इनमें भाजपा के 15, कांग्रेस के 13 और 11 निर्दलीय पार्षद निर्वाचित हुए थे। करीब दो घंटे तक यह प्रक्रिया चलती रही। इस दौरान पीओ डूडा अमित तिवारी, नपा अधिकारी अजय श्रीवास्तव भी मौजूद थे। 
काफी समय से बन रही थी रणनीति 
नगर पालिका अध्यक्ष को पद से वापस बुलाने के लिए काफी समय से रणनीति बन रही थी, लेकिन परिषद का कार्यकाल दो वर्ष पूरा नहीं हुआ था। 6 सितंबर को परिषद का दो वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया। 6 सितंबर 2017 को परिषद का गठन हुआ था। इसके बाद से कांग्रेस पार्षदों इसकी रूपरेखा बनानी शुरू कर दी। कांग्रेस संगठन की सहमति मिलने के बाद अविश्वास की प्रक्रिया शुरू की गई। शुक्रवार को प्रस्ताव पारित करने वाले सभी 31 पार्षदों ने कलेक्टर कोर्ट में शपथ पत्र पेश किए और प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। कांग्रेस संगठन की ओर से प्रतिनिधि के तौर पर रीवा कांग्रेस अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू, जिला कांग्रेस अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह और कार्यकारी जिला अध्यक्ष बलमीत सिंह खनूजा, पूर्व जिला अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री नीरज द्विवेदी पूरे समय कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद रहे। 
 

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