घाटे का सौदा बनी धान की खेती - पपीता एवं सब्जियों से पांच लाख प्रति एकड़ तक कमाए उन्नत किसान ने 

घाटे का सौदा बनी धान की खेती - पपीता एवं सब्जियों से पांच लाख प्रति एकड़ तक कमाए उन्नत किसान ने 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-25 13:43 GMT
घाटे का सौदा बनी धान की खेती - पपीता एवं सब्जियों से पांच लाख प्रति एकड़ तक कमाए उन्नत किसान ने 

डिजिटल डेस्क बालाघाट ।  बालाघाट जिले में परंपरागत रूप से धान की खेती की जाती है, लेकिन धान की खेती लागत की तुलना में मुनाफा बहुत कम देती है। इस कारण यह घाटे का सौदा बन जाती हैं। किसान परंपरा से हटकर नगदी फसलों पर ध्यान दे तो कम समय में अच्छी खासी आय अर्जित की जा सकती है। ऐसा ही कुछ बालाघाट तहसील के ग्राम सालेटेका की हेमलता व उनके पति छगनलाल बिसेन ने कर दिखाया हैं, उनके द्वारा कृषि के क्षेत्र में लीक से हटकर किये जा रहे कार्य अनुकरणीय एवं अन्य किसानों के लिए प्रेरणादायक है। हेमलता बिसेन ने अपने एक एकड़ खेत में इस वर्ष पपीते की खेती है और कम समय में ही उन्हें 5 से 6 लाख रुपये तक की आय होने का अनुमान है। हेमलता के पति छगनलाल बिसेन शासकीय सेवा में होने के बाद भी सब्जियों एवं फलों की खेती को प्रोत्साहित करने में लगे है। 
रबी में होती है सिंचाई की दिक्कत
छगन बिसेन का कहना रहा कि बालाघाट जिले के किसान रबी सीजन में भी धान की फसल लगाते है। रबी के एक एकड़ धान में सिंचाई के लिए जितना पानी लगता है उतने पानी से पांच एकड़ क्षेत्र में लगी सब्जियों एवं फलों की फसल की सिंचाई की जा सकती है। पानी का सदुपयोग करने एवं नगदी फसलों से कम समय में अधिक आय अर्जित करने के लिए उनके द्वारा पहली बार अपने एक एकड़ के खेत में पपीता की फसल लगाई गई है। 
पपीते की खेती से बढ़ी आय
जनवरी 2021 से पपीता के फल बिकना प्रारंभ हो गये है। अब तक वे एक लाख रुपये से अधिक के पपीते बेच चुके है और 5 से 6 लाख रुपये पपीता से आय होने का अनुमान है। उन्होने बताया उनके द्वारा गत वर्ष 2 एकड़ खेत में टमाटर की खेती की गई थी। इससे उन्हें 5 लाख रुपये की आय हुई थी। इससे प्रेरित होकर उनके द्वारा ग्राम सालेटेका एवं हट्टा में 10 एकड़ क्षेत्र में टमाटर एवं 5 एकड़ में करेला की फसल लगाई गई है। उन्होंने बताया कि हट्टा में सिहोरा रोड पर घिसर्री नदी कि किनारे बालाघाट जिले का यह सब्जी उत्पादन का सबसे बड़ा फार्म बनने जा रहा है। उनके द्वारा 90 हजार टमाटर के पौधे लगाये गये हैं और 25 हजार करेला के पौधे लगाये गये है। टमाटर एवं करेला के पौधे पालीहाउस से लगाये गये है। उन्होंने बताया कि एक माह बाद उनके खेत से टमाटर एवं करेला निकलने लगेंगें और प्रतिदिन 5 लाख रुपये तक की बिक्री होने का अनुमान है। 
अफसरो ने लिया जायजा
उप संचालक कृषि सीआर गौर एवं सहायक संचालक उद्यान सीबी देशमुख सालेटेका एवं हट्टा के सब्जी फार्म के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। उद्यान विभाग की योजना के अंतर्गत सब्जी फार्म में ड्रिप सिंचाई प्रणाली लगाई गई है और उन्हें विभागीय अधिकारियों द्वारा सतत सलाह एवं मार्गदर्शन दिया जा रहा है।
 

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