टाइगर कैपिटल के इस पार्क में बाघों का रंग उतरा तो लोगों ने बंद कर दिया सेल्फी लेना
टाइगर कैपिटल के इस पार्क में बाघों का रंग उतरा तो लोगों ने बंद कर दिया सेल्फी लेना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी के इस खास पार्क में लोगों ने सेल्फी लेना बंद कर दिया। जंगली जानवरों के साथ सेल्फी लेने का शौक पूरा करने के लिए वन विभाग ने सिविल लाइंस स्थित जापानी गार्डन को वाइल्ड लाइफ सेल्फी पार्क बनाया गया था। यहां अनेक जंगली जानवरों की प्रतिकृतियां झाड़ियों व उद्यान के अलग-अलग हिस्सों में स्थापित की गई थी। गुजरात के कलाकारों द्वारा यह प्रतिकृतियां तैयार की गई थीं। इस उद्यान को सेल्फी पार्क के रूप में विकसित करने का मकसद जनसामान्य में जंगली जानवरों के प्रति प्रेम की भावना को जगाना तथा पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रसारित करना था। इसके साथ ही बरसों पुराने जापानी गार्डन की खो चुकी साख व गरिमा को पुन: स्थापित करना भी सेल्फी पार्क का प्रमुख मकसद था। लेकिन इन दोनों मकसदों में वन विभाग को अपेक्षित सफ्लता हासिल नहीं हो सकी है। उद्यान में स्थापित की गई वन्यजीवों की प्रतिकृतियों का रंग उड़ गया है। अब यहां स्थापित जानवरों के पुतलों के साथ सेल्फी लेने की चाहत लोगों में समाप्त हो रही है। अनेक पर्यटक उद्यान में स्थित जंगली जानवरों के पुतलों का मजाक उड़ाते हैं। यही नहीं, इन पुतलों के जरिए लोगों को उद्यान की ओर आकर्षित करने के मंसूबों पर भी पानी फिर चुका है।
संतरानगरी को टाइगर कैपिटल भी कहते हैं
स्मार्ट सिटी बनने जा रही संतरानगरी को टाइगर कैपिटल भी कहा जाता है। लेकिन यहां जंगली जानवराें के दर्शन के लिए या तो घने जंगलों में जाना पड़ता है या फिर महाराजबाग प्राणी संग्रहालय के पिंजरों में कैद जंगली जानवरों को देखकर तसल्ली की जा सकती है। जंगल में इन प्राणियों को देखने की इच्छा कई किलोमीटर की यात्रा करवाती है। इस तरह जंगल में भटकने पर भी कभी-कभी जंगली जानवरों के दर्शन नहीं हो पाते हैं। ऐसे में जानवरों को निहारते हुए सेल्फी लेने की इच्छा रखने वालों को घोर निराश का सामना करना पड़ता है। लोगों की इस निराशा को दूर कर जंगली जानवरों के साथ सेल्फी के शौक को पूरा करने के लिए वन विभाग द्वारा सिविल लाइंस स्थित जापानी गार्डन में जंगल का ही परिदृष्य तैयार करने का प्रयास किया गया था। इसके लिए इस गार्डन में झाड़ियों के बीच जंगली चीता, बाघ, बारहसिंगा, हिरन आदि जानवरों के पुतले लगाए गए थे। इनके साथ लोग सेल्फी ले सकें इसकी भी समुचित व्यवस्था यहां की गई थी। कुछ दिनों तक लोगों ने इस उद्यान में जंगली जानवरों के साथ सेल्फी भी ली, लेकिन जानवरों के पुतलों का रंग उड़ने के साथ ही इसका क्रेज कम हो गया। उद्यान में आने वालों की संख्या भी कम होती चली गई। अब कुछ ही लोग इस उद्यान में जंगली जानवरों को देखने के लिए पहुंचते हैं।