जिंदा मरीज को मृत बताकर बॉडी बैग में पैक कर रहे थे -जबलपुर के निजी अस्पताल का मामला

जिंदा मरीज को मृत बताकर बॉडी बैग में पैक कर रहे थे -जबलपुर के निजी अस्पताल का मामला

Bhaskar Hindi
Update: 2021-05-17 08:56 GMT
जिंदा मरीज को मृत बताकर बॉडी बैग में पैक कर रहे थे -जबलपुर के निजी अस्पताल का मामला

डिजिटल डेस्क नरसिंहपुर । नरसिंहपुर जिले के ग्राम बैहरपौड़ी निवासी एक ग्रामीण को जबलपुर के गोलबाजार राइट टाउन क्षेत्र स्थित सुधा हॉस्पिटल में मृत बताकर बॉडी बैग में पैक करने का मामला प्रकाश में आया है।  5 मई को हुई इस घटना में यह गनीमत रही कि मरीज को सही समय पर होश आ गया और वह किसी तरह अपनी पत्नी के पास पहुंचा। मप्र कुर्मी क्षत्रिय समाज की जिला इकाई ने 13 मई को नरसिंहपुर में मुख्यमंत्री के नाम एक शिकायत एसपी के माध्यम से की। शिकायत में बैहर पौड़ी निवासी ग्रामीण के साथ हुई घटना का उल्लेख है।  शिकायत में बताया गया कि दशरथ सिंह कुर्मी 3 मई को सुधा हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे। दशरथ के अनुसार 5 मई को उनके हाथ का ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन के तुरंत बाद वे लोग मुझे काली पन्नी (बॉडी बैग) में पैक करने लगे। इस दौरान अस्पताल के कर्मचारी आपस में जो बातें कर रहे थे। उससे मुझे गड़बड़ी की शंका हुई। तभी उनसे किसी ने पूछा, पंचनामे पर इसकी पत्नी के दस्तखत करवाए या नहीं, दूसरे ने जवाब दिया करवा लिए सर।  उसके बाद ये लोग आपस में बात करने लगे कि इसको जल्दी से पैक करो और दो चार घंटे यहीं पड़ा रहने दो। इसका अच्छा पैसा बनेगा और सुबह इसको नगर निगम वालों से फिंकवा देंगे। 
 किसी तरह बाहर निकला 
 शिकायत के अनुसार ग्रामीण अंदर से किसी तरह बाहर निकला और अपनी पत्नी के पास पहुंचा। इसके बाद अपने बेटे तथा अन्य परिचितों को मोबाइल से घटनाक्रम की सूचना दी। दशरथ ने बताया, उनके बहनोई ने जबलपुर के एक कार ड्राइवर का मोबाइल नंबर दिया था, उसे पूरी बात बताई तो वह हॉस्पिटल पहुंचा, ड्राइवर की सहायता से मेरी पत्नी ने हॉस्पिटल स्टाफ से छुट्टी मांगी। हॉस्पिटल वालों ने छुट्टी देने से मना करते हुए मरीज को वहीं रहने के लिए कहा। 
मांगे 70 हजार, 40 हजार में बनी बात :
डिस्चार्ज के लिए लगातार मिन्नत करने के बाद वे इसके लिए राजी हुए, लेकिन 70 हजार रुपए जमा करने कहा। उक्त रकम ज्यादा होने की बात करने पर वे 50 हजार और बाद में 40 हजार पर राजी हुए। इस दौरान मरीज के उपचार की फाइल को लेकर भी विवाद हुआ और स्टाफ ने उससे कुछ पन्ने फाड़ दिए। इसके बाद मरीज को लेकर उसकी पत्नी नरसिंहपुर स्थित ऐशली हॉस्पिटल में उपचार के लिए लेकर आई। 
इनका कहना है- 
 मरीज का यहां इलाज हुआ, लेकिन जिस तरह की घटना वह बता रहा है, वैसा कुछ नहीं हुआ है। सोशल मीडिया पर अस्पताल के खिलाफ गलत प्रचार करने पर हमने लार्डगंज थाने में मरीज के खिलाफ शिकायत की है। 
 -डॉ. पंकज सोनी, ज्वाइंट डायरेक्टर सुधा मल्टीस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल  
 

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