दुश्मन से अधिक खतरनाक थे सफर के दौरान बने दोस्त, ट्रेन में जहरखुरानी करने वाले पकड़े गए

दुश्मन से अधिक खतरनाक थे सफर के दौरान बने दोस्त, ट्रेन में जहरखुरानी करने वाले पकड़े गए

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-07 12:19 GMT
दुश्मन से अधिक खतरनाक थे सफर के दौरान बने दोस्त, ट्रेन में जहरखुरानी करने वाले पकड़े गए

डिजिटल डेस्क, कटनी। ट्रेन में सफर के दौरान बनने वाले चार दोस्त यात्रियों के लिए दुश्मन से अधिक खतरनाक साबित हुए। यात्रियों की गलती इतनी रही कि सफर के दौरान बने दोस्तों के इरादे को भांप नहीं पाए, और जहरखुरानी का शिकार होते हुए उन्हें अपनी कीमती सामग्री गवां बैठे। अब चारों आरोपी रेल पुलिस थाना कटनी की गिरफ्त में हैं। चारों आरोपी सुरेन्द्र कुमार कोल पिता तुलसी प्रसाद उम्र 29 वर्ष, विजय गुप्ता पिता संतलाल गुप्ता उम्र 19 वर्ष, कमलाकान्ता पिता रामसुजान चौधरी उम्र 39 वर्ष और असमित कोल पिता अमरनाथ कोल उम्र 20 वर्ष रीवा जिले के अलग-अलथ थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। पकड़े गए आरोपी कटनी जीआरपी क्षेत्र के सात और जबलपुर रेल पुलिस क्षेत्र के एक लूट में शामिल रहे। आरोपियों के पास से करीब 1 लाख रुपए का मशरुका बरामद किया गया है। मुख्य सरगना देवानंद फरार बताया जा रहा है।

आठ लूट के मामले कबूले
कटनी रेल पुलिस क्षेत्र के सात जहरखुरानी और जबलपुर की एक जहरखुरानी के मामले आरोपियों ने कबूले। आरोपियों के पास से चोरी सामग्री जिसमें बैग, कपड़े तथा नगदी रुपए जब्त किए। इसके साथ जबलपुर में जहरखुरानी के मामले में दर्ज एक अपराध में लैपटॉप, सीसीटीवी कैमरे, इलेक्ट्रिानिक सामन जिनकी कीमत करीब 90 हजार 350 रुपए बताई जा रही है। उसे भी पुलिस ने आरोपियों के पास से जब्त किया है।

वार्तालाप कर बनाते थे दोस्ती
रीवा जिले के रहने वाले चारो आरोपी ट्रेन में चढ़ने के बाद शिकार का तलाश करते हुए उससे पहले वार्तालाप करते थे। बातचीत के दौरान यात्री को भरोसे में लेने के लिए उससे ही पानी या फिर गुटखे की मांग करते थे। एक बार जब आरोपियों को यह लग जाता था कि अब यात्री उनके गिरफ्त में आ गया है। तब वह उसे चाय या फिर कोल्ड ड्रिंक का ऑफर देते थे। चाय परोसते समय अरोपी नशीली गोली चाय में मिला देते थे। गोली का असर जैसे ही यात्री में होता था, अगले स्टेशन पर आरोपी उसका समान लेकर उतर जाते थे।

शिकार की तलाश में रहे आरोपी
बुधवार को मुखबिर द्वारा पुलिस को जानकारी लगी कि मुड़वारा रेलवे स्टेशन में कुछ संदिग्ध युवक प्लेटफार्म में बैठे यात्रियों से जान-पहचान बनाने में लगे हैं। जिसके बाद थाना प्रभारी डीपी चढ़ार ने अधीनस्थ स्टाफ एचएन त्रिवेदी, सत्येन्द्र सिंह, मुकेश मिश्रा, प्रशांत यादव, परसूराम, अभय झा, मनीष, आलोक कोरी और महिला आरक्षक आरती के साथ टीम बनाकर दबिश दी।

सरगना ने तय किया था रुट
रीवा जिले का रहने वाला सरगना देवानंद के लिए ये सभी आरोपी काम करते थे। पकड़े गए आरोपी सुरेन्द्र ने बताया कि वह पहले मजदूरी का काम करते हुए अपना जीवन यापन करता था। बाद में इनके संपर्क में आया, और छह माह के अंदर ही वह कटनी-इलाहाबाद रेलखण्ड में करीब 20 से 25 मामलो को अंजाम दिया। लूट की सामग्री और रुपए वे देवानंद को देते थे। देवानंद इसके लिए कभी पांच सौ रुपए तो कभी हजार रुपए उसको खर्चा-पानी के लिए देता रहा। नशीली दवाई भी देवानंद ही टीम को उपलब्ध करता रहा।

इनका कहना है
ट्रेन में जहरखुरानी की घटना में पतासाजी को लेकर रेल पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में टीम गठित की गई। बुधवार को मुखबिर के द्वारा जानकारी लगी थी कि आरोपी मुड़वारा स्टेशन में संदिग्ध अवस्था में घूम रहे हैं। टीम बनाकर घेराबंदी करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से करीब 1 लाख रुपए की सामग्री बरामद की गई। सरगना देवानंद की भी तलाश की जा रही है।
डी.पी.चढ़ार, थाना प्रभारी

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