पांच दिन से लापता थी महिला, पुराने घर में मिली लाश

पांच दिन से लापता थी महिला, पुराने घर में मिली लाश

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-10 07:39 GMT
पांच दिन से लापता थी महिला, पुराने घर में मिली लाश

डिजिटल डेस्क सतना। कोलगवां थाना अंतर्गत फुटौंधा गांव में 5 दिन से लापता महिला की हड्डियां उसके ही पुराने घर में मिलने से सनसनी फैल गई, जिस पर कायमी कर पुलिस जांच में जुट गई है। टीआई हेमंत बर्वे ने बताया कि निशा सिंह पति स्वर्गीय देवेन्द्र सिंह 45 वर्ष बीते 4 जनवरी को घर में खाना खाने के बाद सो गई थी, उसी कमरे में 20 वर्षीय बेटा ऋषि भी लेटा था। लेकिन जब अगली सुबह उसकी नींद खुली तो महिला वहां नहीं थी, तब बेटा उसकी तलाश करने लगा। इस दौरान पुराने घर से उठ रही लपटों पर नजर पड़ी तो शोर मचाकर परिजन व ग्रामीणों को एकत्र कर आग बुझाने में जुट गया। काफी कोशिशों के बाद किसी तरह लपटों पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक 3 कमरे नष्ट हो चुके थे। हालांकि वहां कोई कीमती सामान नहीं था। आग बुझाने के बाद फिर से निशा की खोज प्रारंभ की गई। तमाम रिश्तेदारों, परिचितों से संपर्क करने पर भी खबर नहीं लगी तो 6 जनवरी को बाबूपुर चौकी में गुमशुदगी दर्ज करा दी।
हकीकत में बदला संदेह
तमाम प्रयासों के बाद भी निशा नहीं मिली तो उसके घर वाले और रिश्तेदार मंगलवार को फुटौंधा में एकत्र होकर नए सिरे से खोजबीन की योजना बनाने लगे। इस बीच किसी ने आशंका जताई कि शायद महिला ने पुराने घर में जाकर खुद को जला लिया, तभी घर में भी आग लग गई और वह मलबे में दब गई। जिसके कारण किसी की नजर नहीं पड़ी। इस संदेह पर तबाह हो चुके घर का मलवा हटाया गया, तब नीचे शत-प्रतिशत जल चुकी महिला की खोपड़ी के अलावा रीढ़, हाथ और पैर की हड्डियां मिल गईं। तब पुलिस को सूचित किया गया तो चौकी प्रभारी डीआर शर्मा ने मौके पर जाकर हड्डियों को जब्त करा लिया। जिनका परीक्षण मेडिकल कॉलेज रीवा या भोपाल में कराया जाएगा, साथ ही पुष्टि के लिए बेटे के खून का नमूना लेकर डीएनए टेस्ट भी करवाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
ठीक नहीं थी दिमागी हालत
बताया गया है कि निशा के पति देवेन्द्र सिंह ने 18 साल पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, तभी से वह बेटे ऋषि को लेकर अलग रहने लगी थी। बीते एक साल से महिला की दिमागी हालत भी ठीक नहीं चल रही थी। परिजन उसका इलाज रीवा के मनोचिकित्सक से करा रहे थे। बेटे या ससुराल पक्ष ने किसी पर संदेह नहीं जताया बल्कि उसकी मौत को आत्महत्या मान रहे हैं जबकि महिला के मायके कचनार से आए चाचा सुरेन्द्र सिंह समेत अन्य रिश्तेदारों ने सम्पत्ति के लालच में परिवार के लोगों द्वारा ही हत्या की आशंका जताई है। उनका आरोप है कि जब महिला जल रही थी तो किसी ने उसकी चीख पुकार कैसे नहीं सुनी।

 

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