गोसीखुर्द बांध से पानी छोड़ने से प्राणहिता नदी उफान पर, समीपवर्ती गांवों में रेड अलर्ट

गोसीखुर्द बांध से पानी छोड़ने से प्राणहिता नदी उफान पर, समीपवर्ती गांवों में रेड अलर्ट

Anita Peddulwar
Update: 2018-07-14 10:45 GMT
गोसीखुर्द बांध से पानी छोड़ने से प्राणहिता नदी उफान पर, समीपवर्ती गांवों में रेड अलर्ट

डिजिटल डेस्क, सिरोंचा(गड़चिरोली)। विगत एक सप्ताह से लगातार जारी बारिश और गोसीखुर्द बांध से पानी छोड़ने के कारण तहसील के महागांव की प्राणहिता नदी पूरी तरह उफान पर है। नदी का पानी लगातार बढ़ने से आपदा प्रबंधन विभाग ने क्षेत्र के सीमावर्ती गांवों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। प्राणहिता के अलावा अन्य नदियों का जलस्तर भी तीव्र गति से बढ़ने की जानकारी मिली है। बता दें कि गत सप्ताह लगातार हुई बारिश से गोसेखुर्द बांध सहित जिले की नदियां लबालब हो गईं हैं। गोसीखुर्द बांध के कुल 17  दरवाजे आधे मीटर तक खोले दिए गए हैं।  

जलस्तर खतरे से ऊपर
गड़चिरोली के आपदा प्रबंधन विभाग ने सिरोंचा तहसील मुख्यालय से सटी प्राणहिता नदी तट के दर्जनों गांवों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। राजस्व विभाग को हर परिस्थिति से निपटने के निर्देश जारी किए गए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक महागांव के प्राणहिता नदी का जलस्तर 122.05  मीटर दर्शाया गया है। आमतौर पर 121.50  मीटर में नदी सीमा रेखा के बाहर होती है। जलस्तर बढ़ने के कारण ही लोगों को सतर्कता बरतने की चेतावनी दी गयी है। वहीं जिले की वैनगंगा, गोदावरी, कठाणी, खोब्रागड़ी समेत अन्य नदियां भी उफान पर हैं। इन नदियों के किनारे बसे गांवों में भी सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं।

दो वर्ष में भी नहीं बन पाया प्राणहिता पर पुल 
उल्लेखनीय है कि राज्य के अंतिम तट पर बसे सिरोंचा तहसील की प्राणहिता नदी पर पुल के निर्माणकार्य के लिए सरकार ने 106  करोड़ की निधि मंजूर की है। इस निधि से विगत 2 वर्षों से पुल का निर्माणकार्य जारी हैं, लेकिन अब तक यह पुल निर्मित न होने से क्षेत्र वासी आज भी नाव की सहायता से तेलंगाना राज्य के मंचेरियाल पहुंच रहे हैं। प्राणहिता में पानी का बहाव बढ़ जाने के कारण नाव की सवारी पर भी कुछ दिनों के लिए रोक लगा दी गयी है। जलस्तर बढ़ने और पानी का बहाव तेज रहने से नाव से यात्रा करना खतरा भरा होता है। इसलिए नाव की सवारी पर रोक लगाई गई है।

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