गर्भवती महिला को नाला पार कर पैदल जाना पड़ा अस्पताल

बरसात के दिनों में बढ़ जाती है समस्या, पुल न होने से ग्रामीण परेशान गर्भवती महिला को नाला पार कर पैदल जाना पड़ा अस्पताल

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-21 12:54 GMT
गर्भवती महिला को नाला पार कर पैदल जाना पड़ा अस्पताल



 डिजिटल डेक्स शहडोल। जिले में दूर दराज के कई ऐसे गांव हैं जो बरसात के दिनों में अन्य गांवों से पूरी तरह कट जाते हैं। गांव से बाहर आने-जाने वाले रास्तों के बीच पडऩे वाले नदी-नदी नाले सबसे अधिक बाधक बनते हैं। रपटा पुल नहीं बनने के कारण कई बार गंभीर हालात बन जाते हैं। ऐसा ही मामला केशवाही क्षेत्र में फिर सामने आया, जब एक गर्भवती महिला को रूटीन चेकअप के लिए बरसाती नाले के बहाव युक्त पानी को पार कर अस्पताल जाना पड़ा। 
जानकारी के अनुसार ग्राम छिनमार निवासी सीमा केरकेट्टा पति विनय को नौ माह का गर्भ है। उसे सोमवार को रूटीन चेकअप के लिए केशवाही अस्पताल जाना था। केशवाही अस्पताल छिनमार गांव से करीब 20 किलोमीटर दूर है। गांव की आशा कार्यकर्ता कुसुम सिंह उसे किसी साधन से गांव के बाहर गोड़हरी नाला तक लेकर पहुंची। जहां से केशवाही अस्पताल 5-6 किलोमीटर दूर है। नाले में बरसात की वजह से घुटनों तक पानी था। गर्भवती महिला आशा कार्यकर्ता के साथ बहते पानी को पार कर दूसरी ओर पहुंची।
इमरजेंसी में होती है परेशानी
गांव से बाहर जाने के लिए यही एक रास्ता है। यदि किसी की तबियत बिगड़ जाए तो दूसरी ओर जाने के लिए परेशानी हो जाती है। खाट या दूसरी व्यवस्था कर उफनते नाले को पार करना पड़ता है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही ग्राम बैम्होरी में ऐसा ही मामला सामने आया था, जब एक बीमार वृद्धा को खाट पर लेटाकर अस्पताल ले जाया गया था। पुल पुलियों की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है। कई ऐसे गांव हैं जहां के लोगों को परेशानी होती है।

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