कोंकण में ब्रेक वाटर बंदरगाह बदलेगा मछुआरों की तकदीर, काम जल्द शुरु

कोंकण में ब्रेक वाटर बंदरगाह बदलेगा मछुआरों की तकदीर, काम जल्द शुरु

Tejinder Singh
Update: 2018-07-13 14:12 GMT
कोंकण में ब्रेक वाटर बंदरगाह बदलेगा मछुआरों की तकदीर, काम जल्द शुरु

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि सरकार महाराष्ट्र के काेंकण में निवती-मेधा तरंग-रोध (ब्रेकवाटर) बंदरगाह बनाने पर विचार कर रही है। यह ब्रेक वाटर बंदरगाह वाणिज्य मंत्रालय की ‘12 चैंपियन सेक्टर पहल’ के तहत बनेगा। प्रभु ने यह जानकारी महाराष्ट्र विधान परिषद के पूर्व सदस्य और कोंकण के वरिष्ठ नेता राजन तेली के साथ हुई बैठक के बाद दी।

प्रस्ताव महाराष्ट्र नौवहन बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत

प्रभु ने बताया कि इस संबंध में एक प्रस्ताव पहले ही महाराष्ट्र नौवहन बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जा चुका है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि महाराष्ट्र नौवहन बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद इस ब्रेक वाटर बंदरगाह के निर्माण का काम तेजी से पूरा करें। दरअसल ब्रेकवाटर बंदरगाह के अभाव में कोंकण क्षेत्र के मछुआरों की वित्तीय स्थिति बिगड़ती जा रही है, क्योंकि वे पूरी तरह से समुद्री हालात की अनिश्चितताओं पर निर्भर हैं।

मछुआरों को मिलेगा फायदा 

ब्रेक वाटर बंदरगाह के बनने से मछुआरों को प्रतिकूल समुद्री हालात में भी मछली पकड़ने में मदद मिलेगी। साथ ही इस बंदरगाह पर क्रूज जहाजों के आने की अनुमति देने से पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रभु ने कहा कि इसके साथ ही कोंकण में अन्य पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा तथा स्थानीय लोगो का जीवन स्तर बेहतर होगा।

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